सूडान के सैन्य हुक्मरानों और मुख्य विपक्षी गठबंधन ने बुधवार को खारर्तूम होटल में दोबारा बातचीत की शुरुआत की थी। यह बातचीत सूडान को चुनावो की तरफ ले जाएगी। एक महीने पूर्व दोनों पक्षों के बीच बातचीत ठप पड़ गयी थी जब रक्षा मंत्रालय के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने हमला बोल दिया था।
अप्रैल से सूडान में प्रदर्शनकारी सेना को सत्ता का नागरिक सरकार को हस्तांतरण करने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। सेना ने अप्रैल को 30 वर्षों के शासन के बाद राष्ट्रपति ओमार अल बशीर को सत्ता से हटा दिया था। फोर्सेज ऑफ़ फ्रीडम एंड चंगे विपक्षी गठबंधन ने कहा कि “वह हुक्मरान सैन्य परिषद् के साथ प्रत्यक्ष बातचीत के लिए तैयार है।
विपक्षी गठबंधन ने कहा कि “बातचीत तीन दिनों में खत्म होगी। इथोपिया के वार्ताकार की तरफ से बातचीत की प्रतिक्रिया है। साथ ही उन्होंने सरकार से राजनीतिक कैदियों को रिहा करने की मांग की है। बुधवार को इस मांग की तरफ प्रगति दिखाई देगी।”
स्टेट टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य परिषद् ने सूडान लिब्रेशन आन्दोलन के बंदी बनाये गए 235 सदस्यों को क्षमादान दी है। यह विद्रोही समूह पश्चिमी दारफुर क्षेत्र में सक्रीय है। सभी औपचारिक प्रक्रियाओं के बाद कैदियों को जल्द ही रिहा कर दिया जायेगा।
इथोपिया के मध्यस्थताकार महमूद डिरिर ने बताया कि दोनों पक्ष इथोपिया और अफ्रीकी संघ के मध्यस्थताकारो ने इस संकट को सुधारने के लिए प्रस्ताव पर रज़ामंदी जाहिर की है। लेकिन वे ट्रांज़िशनल पीरियड के दौरान संप्रभु परिषद् के देश को नेतृत्व करने के ढाँचे पर अभी तक असहमत है।
संघर्ष के चरम पर दारफुर में 16000 सैनिक तैनात थे लेकिन वापसी की शुरुआत के बाद करीब 7200 सैनिक और पुलिस कर्मी मौजूद है। यूएन के मुताबिक, 300000 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है और 25 लाख हिंसा से विस्थापित हुए हैं।