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    सूडान में प्रदर्शन जारी

    सूडान की सत्ताधारी सैन्य परिषद् के तीन सदस्यों ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया था जबकि वे प्रदर्शनकारी नेताओं के साथ समझौते पर पंहुच गए थे। 10 सदस्यीय सैन्य परिषद् ने प्रदर्शनकारी नेताओं को बैठक के लिए आमंत्रित किया था लेकिन इसके बाद नेताओं ने सैन्य हुक्मरानो के साथ रविवार को बातचीत रद्द कर दी थी।

    सत्ताधारी सैन्य परिषद् के प्रवक्ता लेफ्टिनेनेट जनरल शमशेददीने काब्बाशी ने कहा कि “हमने आज़ादी और परिवर्तन के गठबंधन के समझौते में शामिल अधिकतर मांगी पर रज़ामंदी डे दी थी। हमारे बीच बड़े मतभेद नहीं है।” बैठक एम् शामिल होने वाले प्रदर्शनकारी अहमद अल राबिआ ने कहा कि “दोनों पक्ष जॉइंट कमिटी के गठन के लिए सहमत थे।”

    इसके कुछ समय बाद मिलिट्री ने अलग बयान जारी कर कहा कि “परिषद् से तीन सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है। इसमें लेफ्टिनेनेट जनरल ओमर ज़ैल अल आब्दीन, लेफ्टिनेनेट जनरल जलालुद्दीन अल शेख और लेफ्टिनेनेट जनरल अल तयैब बबिकिर शामिल हैं।

    प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे नेताओं में से एक ने बुधवार रात को कहा कि “अगर सैन्य परिषद् नागरिक  सरकार को सत्ता सौंपने के लिए इंकार करती है तो प्रदर्शनकारियों ने जनरल स्ट्राइक के लिए तैयारियां कर ली है। लाखो की तादाद में प्रदर्शन की योजना बन चुकी है और इसकी पुष्टि सूडानी प्रोफेशनल एसोसिएशन ने की है।

    पहली बार सूडान के जजो ने कहा कि वह भी सैन्य मुख्यालय के बाहर बैठकर ‘बदलाव और स्वतंत्र न्यायपालिका’ के लिए प्रदर्शन करेंगे।  रोटी की कीमतों के बढ़ने पर बेदखल राष्ट्रपति ओमर अल बशीर के खिलाफ 19 दिसंबर से प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी।

    हमारी नागरिक हुकूमत की मांग

    मध्य शहर मदानी में सैंकड़ो प्रदर्शनकारियों ने सैन्य मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और राजधानी से बाहर के लोगो का हुजूम भी आया था। प्रदर्शनकारियों ने ‘मदानी नागरिक हुकूमत चाहते हैं’ का नारा लगाया था। सत्ता का तत्काल हस्तांतरण न करने के कारण प्रदर्शनकारियों ने बातचीत को स्थगित कर दिया था। लेकिन सैन्य परिषद् ने बुधवार को नए सिरे से बातचीत के लिए आमंत्रित किया था।

    बातचीत को तैयार

    प्रेस कांफ्रेंस में विपक्ष के ओमर एल डिजिर ने कहा कि “प्रदर्शनकारी नेता सीधे बुरहान से मुलाकात की तैयारियां कर रहे हैं। हम सैन्य परिषद् के प्रमुख से मुलाकात को तैयार है और मेरे ख्याल से यह मसला बातचीत से सुलझ सकता है।” मध्य खारर्तूम में हज़ारो प्रदर्शनकारी सैन्य मुख्यालय के बाहर बैठे हैं और उन्होंने मांगो के पूरा न हो जाने तक स्थान न छोड़ने का संकल्प लिया है।

    प्रदर्शनकारी अयमान अली मोहमद ने कहा कि वह गुरूवार को मार्च को ज्वाइन करने की योजना बना रहे हैं। हमें भय है कि सैन्य परिषद् हमारी क्रांति को चुरा लेगी इसलिए हमें शामिल होने होगा जब तक नागरिक सर्कार को सत्ता सौंप नहीं दी जाती है।”

    प्रदर्शनकारियों को अमेरिका का समर्थन हासिल है, उन्होंने सूडान में नागरिको सरकार के गठन की मांग की थी। अमेरिकी राज्य विभाग के अधिकारी मकीला जेम्स ने कहा कि “हम सूडान की जनता की नागरिक सरकार के गठन की वैध मांग का समर्थन करते हैं और हम सभी पक्षों को एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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