सूडान (Sudan) के सार्वजनिक अभियोक्ता ने अपदस्थ राष्ट्रपति ओमार अल बशीर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। सूडान के सेना ने दो माह पूर्व 11 अप्रैल को बशीर को सत्ता से हटा दिया था। उनके 30 सालो के कार्यकाल के खिलाफ महीनों से प्रदर्शन जारी था।
सुना के मुताबिक, सार्वजनिक अभियोक्ता ने बशीर के खिलाफ भ्रष्टाचार केे मामले की तफ्तीश पूरी करने का ऐलान किया।एजेंसी क्व हवाले से अज्ञात अधिकारी ने कहा कि बशीर विदेशी अनुदान हड़पने, संदिग्ध और अवैध संपत्ति को रखने और आपातकाल के आदेश देने के आरोपो को झेल रहे हैं।
अप्रैल में सेना के अधिकारी जनरल अब्देल फतह अल बुरहान ने कहा था कि बशीर के आवास से तीन देशो की मुद्राओं में 1130 लाख डॉलर से अधिक की राशि बरामद हुई थी। पुलिस की टीम, सेना और सुरक्षा कर्मियों को बशीर के घर की तलाशी के दौरान 70 लाख यूरो, 350000 डॉलर और पांच अरब सूडानी पौंड मिले थे।
साल 1989 में इस्लामिक समर्थित तख्तापलट के बाद बशीर को सत्ता मिली थी। उनकी हुकूमत के दौरान सूडान उच्च दर के भ्रष्टाचार को झेल रहा था। 2018 की भ्रष्टाचार की अंतरराष्ट्रीय सूची में 180 देशों में 172 वें स्थान पर था। बीते महीने सार्वजनिक अभियोक्ता ने बशीर के धनशोधन और वित्तीय आतंकवाद पर सवाल खड़े किए थे।
बशीर के खिलाफ दिसंबर से जनता ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था। इसके बाद बशीर ने 22 फरवरी को समूचे राष्ट्र में आपातकाल लागू कर दिया था। शासन विरोधी प्रदर्शनों के दौरान बशीर पर प्रदर्शनकारियों की हत्या के भी आरोप है।
एक अभियान के तहत सेना ने शिविर पर हमला कर दिया था। डॉक्टर्स ने कहा कि “120 लोगो की मृत्यु हो गयी है। नील नदी से 40 शवों को रिकवर किया जा चुका है।”
प्रदर्शनकारियों ने नागरिक सरकार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नागरिक अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत की थी। मंगलवार को उन्होंने अभियान को खत्म करने की मांग को मान लिया था और जनरल के साथ बातचीत की शुरुआत पर सहमति बताई थी।