सूडान में रविवार को नागरिक सरकार को सत्ता सौंपने के समर्थन में राजधानी खारर्तूम में हज़ारो नागरिकों का हुजूम सड़कों पर उमड़ा था। प्रदर्शनकारियों ने सेना से नागरिकों को सत्ता सौंपने की मांग की थी। स्थानीय मीडिया ने स्वास्थय मंत्रालय के हवाले से कहा कि “प्रदर्शन में सात नागरिकों की मौत हुई है लेकिन यह उल्लेख नहीं है कि उनकी मौत कैसे हुई और उनकी पहचान क्या है।”
प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, अन्य 181 लोगो जख्मी हुए हैं, इसमें 27 को गोलियां लगी है। कई प्रदर्शनकारियों ने सूडान के राष्ट्रीय ध्वज को उठा रखा था और उन्होंने “नागरिक, नागरिक” और “खून के लिए खून” के नारे राजधानी के कई शहरो में लगाये थे।
उत्तरी खारर्तूम जिले के बहरी में सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे थे। सूडान की सैन्य हुक्मरानो ने 11 महीनो के नागरिकों के प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति ओमार अल बशर को सत्ता से उखाड़ फेंका था। इसके बाद से नागरिक देश में नागरिक हुकूमत की मांग कर रहे हैं।
सेना की हुकूमत अब कबूल नहीं
28 वर्षीय प्रदर्शनकारी नादा आदेल ने कहा कि “हम सेना से परेशान हो चुके हैं। दशकों से देश पर सेना ने हुकूमत की है। यह काम नहीं आयी है और न ही आगे काम आएगी।”
हाल ही में टीएमसी के सैनिको ने प्रदर्शनकारियों के शिविरों पर हमला किया था। इसमें 110 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गयी थी। राष्ट्रपति आवास में समर्थकों को सम्बोधित करते हुए सैन्य परिषद् के उपप्रमुख ने रविवार को कहा कि “वह गठबंधन की तरफ से उच्च सरकारों पदों के लिए नामांकन स्वीकार करने के लिए कहा था।”
संघर्ष के चरम पर दारफुर में 16000 सैनिक तैनात थे लेकिन वापसी की शुरुआत के बाद करीब 7200 सैनिक और पुलिस कर्मी मौजूद है। यूएन के मुताबिक, 300000 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है और 25 लाख हिंसा से विस्थापित हुए हैं।