सूडान की सेना ने बुधवार को कहा कि “उन्होंने तख्तापलट की कोशिश को नाकाम किया है और साजिश में शामिल कई आला अधिकारीयों को गिरफ्तार भी किया है।” सुना के मुताबिक, “सेना ने जनरल हाशिम अब्देल मोत्तालिब अहमद द्वारा तख्तापलट की कोशिश का खुलासा किया है। सैन्य ताकतों और राष्ट्रीय ख़ुफ़िया और सुरक्षा सर्विस से उच्च पद के कई अधिकारीयों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें इस्लामिक मूवमेंट और नेशनल कांग्रेस पार्टी के नेता भी शमिल है।”
सूडान में आला अधिकारीयों की गिरफ्तारी
उन्होंने कहा कि “उन्हें हिरासत में ले लिया गया है और उन पर जांच अभी जारी है, उन्हें अब सजा भी जा सकती है। नाकाम तख्तापलट की कोशिश का लक्ष्य लोगो के गौरवशाली आन्दोलन को खत्म करना था और नेशनल कांग्रेस शासन को ताकत में वापसी करनी है। साथ ही किसी राजनीतिक संधान से पंहुचने से पूर्व मार्ग को बाधित करना था। इस राजनीतिक समाधान का लक्ष्य नागरिक राज्य की स्थापना है।”
तीन सालो के लिए सत्ता साझा करने की योजना को अंतिम रूप देने के लिए समझौते पर सेना और विपक्ष ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। तीन वर्षों के ट्रांजीशन पीरियड के दौरान नागरिक सरकार के गठन के लिए चुनाव का आयोजन किया जायेगा।
प्रदर्शनकारियों ने सेना से नागरिकों को सत्ता का हस्तांतरण करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों पर 3 जून को हिंसक हमला किया गया था, इसमें 100 से अधिक लोगो की मौत होती है।
अशांति सूडान दिसम्बर 2018 सूडान वापस शान्ति की पटरी पर वापस आ सकता था, जब राष्ट्रपति ओमर का तख्तापलट सेना ने किया था। महीनो के प्रदर्शन के बाद सेना ने राष्ट्रपति को पद से बर्खास्त कर दिया था और हुकूमत की बागडोर संभाली थी।
प्रदर्शनकारियों ने सेना से सत्ता की डोर को नागरिक प्रशासन को सौंपने के लिए प्रदर्शन किये थे। 3 जून को सैन्य मुख्यालय के बाहर बैठे प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए सेना ने हिंसक हमला कर दिया था।