Mon. Nov 18th, 2024
    सूडान

    सूडान (Sudan) के दारफुर क्षेत्र ने शांति स्थापित करने के अभियान को बंद करने की योजना को यूरोपीय देशों और अफ्रीकी राष्ट्रों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अभी रोकने का प्रस्ताव रखा था लेकिन चीन (China) और रूस (Russia) ने इसका विरोध जताया है। ब्रिटेन, फ्रांस और अफ्रीकी राष्ट्रों ने सुरक्षा परिषद में कहा कि उन्होंने सूडान यूएन-अफ्रीका यूनियन मिशन को बन्द करने निर्णय पर अभी विराम लगाना चाहिए क्योंकि सूडान अभी संकट से घिरा हुआ है।

    परिषद इस अभियान के शासनादेश पर 27 जून को मतदान करेगा। दक्षिण अफ्रीका के राजदूत जेरी मेटजील ने कहा कि हालात विकसित हुए हैं, हालात केंद्र के समान नही है और अगर कुछ नही होता तो हम आगे नही बढ़ सकते हैं ।

    रूस और चीन ने कहा कि योजना के मुताबिक वापसी जारी रहनी चाहिए क्योंकि साल 2020 तक अभियानों को खत्म करना है। चीन के उपराजदूत वू हाइट ने कहा कि दारफुर में सुरक्षा और शांति स्थापित करने की क्षमता सूडान की सरकार के पास है।

    सूडान का प्रमुख व्यापार साझेदार चीन है और दारफुर में खारर्तूम के नजरिये का समर्थन किया है कि दारफुर में संघर्ष की हवा खत्म हो रही है और लंबे समय तक शांति स्थापित करने वालो की जरूरत नही होगी। संघर्ष के चरम पर दारफुर में 16000 सैनिक तैनात थे लेकिन वापसी की शुरुआत के बाद करीब 7200 सैनिक और पुलिस कर्मी मौजूद है।

    यूएन के मुताबिक, 300000 से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है और 25 लाख हिंसा से विस्थापित हुए हैं। रूस के उप राजदूत दमिट्री पोलयंसकीय ने कहा कि परिषद के पास शांति स्थापित करने वालो को वापस बुलाने का अधिकार है और खारर्तूम में बाहरी बयानबाजी के बाबत आगाह किया है।

    सूडान में महीनों के प्रदर्शन के बाद 11 अप्रैल को राष्ट्रपति ओमार अल बशीर को 30 साल के शासन के बाद सत्ता से सेना ने उखाड़ दिया था। लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों खारर्तूम में सैन्य मुख्यालय के बाहर नागरिक सरकार के गठन के लिए हफ़्तों से डेरा डाला हुआ है।

    प्रदर्शनकारियों के शिविरों पर सेना ने 3 जून को कार्रवाई की थी जिसमे के लोगो की मौत हुई थी। एमनेस्टी इंटरनेशनल और मानव अधिकार निगरानी करता समूह ने कहा कि अस्थिरता का प्रभाव दारफुर पर भी हुआ है और इसलिए पीसकीपेर्स को वहां रहने चाहिए।

    यूएन मानव अधिकार अधिकरी एंड्रू गिलमोर ने कहा कि वहां से हालिया महीनों में  हत्याओं, अपरहण और यौन शोषण की रिपोर्ट्स में इजाफा हुआ है। बीते दो महीनों में 47 लोगो की मौत हुई है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *