केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने आज घोषणा किया कि वो 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी।
विदेश मंत्री ने अपना ये निर्णय मध्य प्रदेश में में पत्रकारों के साथ बात करते हुए बताया। उन्होंने चुनाव ना लड़ने के निर्णय के पीछे स्वास्थ्य सम्बन्धी कारणों का हवाला दिया।
उन्होंने कहा कि ‘पार्टी को निर्णय लेना है लेकिन मैंने अपना निर्णय ले लिया है कि मैं 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ूंगी।’
अपने ओजस्वी भाषणों के लिए जानी जाने वाली 66 वर्षीय स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा लोकसभा सीट से सांसद है।
जब पत्रकारों ने उनसे पिछले एक सालों से चुनाव प्रचार में नज़र न आने का कारण पूछ तो उन्होंने कहा ‘मैं अपने किडनी सम्बन्धी समस्याओं के कारण एक साल से सक्रीय नहीं हूँ। आप चुनाव प्रचार में नज़र आने भर से आप मेरी सक्रियता को नहीं माप सकते। आज आडवाणी जी सभी मीटिंग में आते हैं, हमें आशीर्वाद देते हैं, संसद में हमारे साथ बैठते हैं लेकिन वो चुनाव प्रचार नहीं करते तो इसका मतलब ये नहीं कि वो सक्रीय नहीं है।’
हाल के दिनों में उनके संसदीय क्षेत्र विदिशा में उनके लापता होने के पोस्टर देखे गए थे जिसपर लिखा था कि हमारी सांसद लापता है.. वो कई दिनों से अपने संसदीय क्षेत्र ने दिखाई नहीं दी है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार अगर सुषमा लोकसभा चुनाव लड़ने में अपनी असमर्थता जताती हैं तो पार्टी उन्हें राज्यसभा के रास्ते सदन में भेज सकती है। अपने भाषणों और वाकपटुता की वजह से कई बार सुषमा सरकार के लिए संकटमोचक साबित होती हैं और विपक्ष की बोलती बंद कर देती हैं।
उनके पारिवारिक सूत्रों के अनुसार सुषमा जी ने अब तक 11 चुनाव लड़े हैं। पिछले एक साल से उनकी तबियत ठीक नहीं रहती इसलिए उन्होंने ये निर्णय लिया है। इसका कोई राजनितिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
राजनीति से सन्यास नहीं
सुषमा के चुनाव ना लड़ने के फैसले के तुरंत बाद ही राज्य सभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता नें स्वराज का समर्थन करते हुए लिखा, “स्वास्थ्य सम्बन्धी कारणों की वजह से चुनावी राजनीति से अलग होने का मतलब यह नहीं है कि वे राजनीति से ही संन्यास ले रही हैं। लोक सभा में ना रहते हुए भी वे पब्लिक जीवन में अपना योगदान दे सकती हैं।”
@SushmaSwaraj retiring from electoral politics on account of health issues doesn’t imply she is retiring from politics altogether. There is a great deal of contribution she can make to public life despite not being in the Lok Sabha.
— Swapan Dasgupta (@swapan55) November 20, 2018
स्वपन नें इस कमेंट की सराहना करते हुए स्वराज नें जवाब दिया, “तुम सही हो स्वपन। मैं राजनीति से सन्यास नहीं ले रही हूँ। मैं सिर्फ अगला लोक सभा चुनाव स्वस्थ्य सम्बन्धी कारणों से नहीं लड़ रही हूँ।”
You are right, Swapan. I am not retiring from politics. It is just that I am not contesting the next Lok Sabha election due to my health issues. https://t.co/jF5GpPvVwU
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) November 20, 2018
कांग्रेस के नेता शशि थरूर नें भी इस मौके पर सुषमा के फैसले का समर्थन किया। उन्होनें लिखा, “हमारी राजनैतिक मतभेदों के होते हुए भी मैंने सदन में हमेशा सुषमा जी का समर्थन किया है।”
For all our political differences, I am sorry that @SushmaSwaraj will leave Parliament. As chair of the jury for @Outlookindia's social media awards, I was happy to honour her Twiplomacy. As chair of Parliment's ExtAffsCmt i always found her a gracious EAMhttps://t.co/z167htQ3LW
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) November 20, 2018
सुषमा नें उनका जवाब दिया, “अपने शुभ कथनों के लिए धन्यवाद शशि। मैं कामना करती हूँ कि हम दोनों अपने-अपने स्थान पर लगातार सेवा करते रहे।”
Thanks for your kind words, Shashi. I wish we both continue in our respective positions. https://t.co/k76S6lzXyc
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) November 20, 2018