पाकिस्तान के विदेश मंत्री शश महमूद कुरैशी ने सुषमा स्वराज से भारत और पाकिस्तान के मध्य वार्ता की संभावनाओं को तलाश करने को कहा था। सुषमा स्वराज ने हाल ही दिए बयान में कहा था कि करतारपुर गलियारे के निर्माण का मतलब यह कतई नहीं कि द्विपक्षीय बातचीत प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, क्योंकि वार्ता और आतंक साथ संभव नहीं है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने सुषमा स्वराज को वार्ता के लिए दोबारा न्योता दिया और कहा कि यदि भारत और पाकिस्तान के मध्य द्विपक्षीय वार्ता के ताले नहीं खुल रहे हैं तो हम सार्क सम्मेलन जैसी चाबी का इस्तेमाल करेंगे। ताकि दोनों देशो के मध्य मतभेद कम हो।
सुषमा स्वराज ने करतारपुर गलियारे पर दिए अपने बयान में कहा था कि जब पाकिस्तान भारत में आतंकी गतिविधियाँ रोक देगा तब भारत बातचीत की शुरुआत करेगा, क्योंकि बातचीत सिर्फ करतारपुर गलियारे से नहीं जुड़ी है। उन्होंने करतारपुर के उद्धघाटन समारोह में पाकिस्तान के आमंत्रण को भी अस्वीकार कर दिया था। हालांकि भारत की तरफ से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बदल और हरदीप सिंह पूरी पाकिस्तान गए थे।
शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि सुषमा स्वराज के शरीक न होने से उन्हें निराशा हुई लेकिन उन्होंने कभी भी स्वराज से उम्मीदे नहीं बाँधी थी। पाक विदेश मंत्री से पाकिस्तान की बोल्ड नेतृत्व के बाबत पूछा, जो भारत के साथ रिश्ते तो कायम करना चाहते हैं लेकिन भारत की आतंकवादी हफीज सईद पर लगाम लगाने की मांग को मानने के लिए तैयार नहीं है, तो उन्होंने कहा कि बोल्ड नेतृत्व दोनों तरफ से जरुरी है।
शाह महमूद ने कहा कि उसके लिए कानूनी तार्किक सबूतों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह न्यायालय का मसला है इसलिए मैं इसमें दखलंदाजी नहीं करूंगा। पाकिस्तान के पीएम ने करतारपुर गलियारे के समारोह में कहा था कि शांति को नवजोत सिंह सिद्धू के भारत के प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने तक इंतज़ार करना होगा।
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इमरान खान ने समारोह में जम्मू-कश्मीर का मसला उठाकर इस पवित्र जल्शे को राजनीतिक मंच में तब्दील कर दिया था, यह वाकई बेहद अफसोसजनक है। पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से की गयी प्रतिबद्धताओं को निभाना चाहिए और अपनी सरजमीं पर आतंकियों के संरक्षण और आर्ह्थिक मदद पर लगाम लगानी चाहिए। इस समारोह में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तानी पीएम को यार कहा और कहा कि जब भी करतारपुर का इतिहास लिखा जायेगा, इमरान खान का नाम पहले पन्ने पर शुमार होगा।