भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पुष्टि की कि नाइजीरिया से पांच भारतीय नौसैनिकों का समुंद्री लुटेरों ने अपहरण कर लिया है। साथ ही उन्होंने नाइजीरिया में भारतीय राजदूत अभय ठाकुर से इस मसले को नाइजीरिया की सरकार तक ले जाने के लिए कहा था ताकि नौसैनिकों की तत्काल रिहाई सुनिश्चित हो सके।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि “मैंने नाइजीरिया में पांच भारतीय नौसैनिकों का समुंद्री लुटेरों द्वारा अपहरण किये जाने की खबरों को देखा था। मैंने नाइजीरिया में भारतीय राजदूत को तत्काल इस मसले को उच्च स्तर तक ले जाने के लिए कहा था ताकि वे जल्द रिहा हो सके।”
I have seen news reports about abduction of five Indian sailors by pirates in Nigeria. I am asking Indian High Commissioner to take this up at the highest level with Government of Nigeria for their release.
Abhay – Please take this up and send me a report. @india_nigeria
— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) May 7, 2019
हाल ही में भारत की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते माह समुंद्री लुटेरों ने पांच भारतीय नौसैनिकों का अपहरण कर लिया था और उनका एमटी अपेक्स जहाज को लेकर नाइजीरिया के बाहर चले गए थे।
सुषमा ने कार्रवाई के लिए कहा
इससे पहले, एक अगवा नाविक सुदीप कुमार चौधरी की पत्नी भाग्यश्री दास ने ट्विटर पर सुषमा से अपील की थी कि उनके पति का जलपोत एमटी एपीईसीयूएस (आईएमओ 733810) से अपहरण हो गया है।
उन्होंने 29 अप्रैल को अपने ट्वीट में लिखा था, “सुषमा मैम, कृपया इस मामले को देखें। 10 दिन से इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है। हम यह तक नहीं जानते कि वे कहां और कैसे हैं। हमें आप पर विश्वास और उम्मीद है और मुझे पूरा विश्वास है कि आप हमें निराश नहीं करेंगी। कृपया मेरे पति को बचा लीजिए।”
इसके अगले दिन उन्होंने एक अन्य ट्वीट में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता और ओडिशा के पूर्व सांसद बैजयंत जय पांडा को टैग करते हुए लिखा, “सर, कृपया मेरे पति थर्ड ऑफीसर मर्चेट नेवी सुदीप कुमार चौधरी को बचाने में मेरी मदद कीजिए, जिनका 19 अप्रैल को जलपोत एमटी एपीईसीयूएस (आईएमओ 733810) से उनके चार अन्य भारतीय नाविकों के साथ अपहरण कर लिया गया है। इस मामले में तत्काल आपकी जांच की जरूरत है।”
नाइजीरिया में भारतीय दूतावास ने उन्हें जवाब देते हुए कहा कि अधिकारी 10 दिनों से नाइजीरियाई नौसेना और पुलिस से संपर्क बनाए हुए हैं।
उच्चायुक्त ने यह भी कहा कि संबंधित लोगों (अपहरणकर्ता) से शुरुआती संपर्क कर लिया गया है।
भाग्यश्री ने एक मई को यह जवाब दिया कि 12 दिन हो गए हैं और कोई जवाब नहीं आया है।