पटना, 6 जून (आईएएनएस)| बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां गुरुवार को कहा कि वित्तीय प्रबंधन की कुशलता के कारण राजकोषीय प्रदर्शन सूचकांक में बिहार प्रथम स्थान पर है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि देश के प्रमुख उद्योग संगठन सीआईआई की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, राजकोषीय प्रदर्शन सूचकांक में बिहार प्रथम स्थान पर है।
उन्होंने बताया, “सीआईआई ने इस रिपोर्ट में राजकोषीय अनुशासन के पैमाने पर राज्यों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए वर्ष 2004-05 से लेकर 2016-17 की अवधि में ‘नन स्पेशल कैटेगरी’ में शामिल 18 राज्यों का राजकोषीय प्रदर्शन सूचकांक तैयार किया है।”
यह सूचकांक चार मानकों- राजस्व व पूंजी व्यय सूचकांक, राज्य के अपने टैक्स की प्राप्तियों का सूचकांक, राजकोषीय और राजस्व घाटे को दर्शाने वाले डेफिसिट प्रूडेंस इंडेक्स और कर्ज सूचकांक के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें मध्य प्रदेश दूसरे और छत्तीसगढ़ तीसरे स्थान पर है।
उन्होंने कहा कि 100 अंकों वाले इस सूचकांक में बिहार का स्कोर सर्वाधिक 66़5 है, जबकि पश्चिम बंगाल का सबसे कम 23़3 है।
राजकोषीय प्रदर्शन सूचकांक में बिहार ने गुजरात, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे संपन्न राज्यों को जहां पीछे छोड़ दिया है, वहीं सबसे खराब प्रदर्शन पश्चिम बंगाल, पंजाब और केरल का है।
मोदी ने कहा कि व्यय की गुणवत्ता के मामले में आर्थिक रूप से समृद्ध राज्यों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, कम आय वाले राज्यों में बिहार, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा ने व्यय में गुणवत्ता बरतते हुए राजकोषीय प्रदर्शन सूचकांक में शानदार प्रदर्शन किया है।
बिहार के वित्तमंत्री मोदी ने वित्त विभाग के सभी अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा है कि उनके प्रयास व कुशलता से ही बिहार यह उपलब्धि हासिल करने में सफल हुआ है।