सुभाषचंद्र बोस की 123वी जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय साथियों की प्रगति और भले के लिए हमेशा डटे रहने वाले ‘नेताजी’ का यह देश हमेशा आभारी रहेगा। मोदी ने ट्विटर पर 1.55 मिनट का वीडियो साझा कर स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के योगदान के बारे में बताया और देश की स्वतंत्रता के लिए उनके समर्पण को याद किया।
India will always remain grateful to Netaji Subhas Chandra Bose for his bravery and indelible contribution to resisting colonialism. He stood up for the progress and well-being of his fellow Indians. pic.twitter.com/otUlFanULs
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2020
मोदी ने कहा, “भारत, नेताजी सुभाषचंद्र बोस की बहादुरी और उपनिवेशवाद का विरोध करने में उनके योगदान का हमेशा आभारी रहेगा। वह अपने भारतीय साथियों के विकास और भलाई के लिए हमेशा डटे रहे।”
On 23rd January 1897, Janakinath Bose wrote in his diary, “A son was born at midday.”
This son became a valorous freedom fighter and thinker who devoted his life towards one great cause- India’s freedom.
I refer to Netaji Bose, who we proudly remember on his Jayanti today. pic.twitter.com/wp3UjudKJ4
— Narendra Modi (@narendramodi) January 23, 2020
मोदी ने नेता जी के पिता जानकीनाथ बोस द्वारा उनके जन्म के दौरान लिखी गई चिट्ठी को भी ट्वीट किया, पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, “23 जनवरी 1897, जानकीनाथ बोस ने अपनी डायरी में लिखा था, ‘मध्यरात्रि को एक बेटे का जन्म हुआ है।’ यह बेटा एक बहादुर स्वतंत्रता सेनानी और विचारक बन गया, जिसने अपना जीवन एक महान – भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया। मैं नेताजी बोस की बात कर रहा हूं, जिन्हें हम आज उनकी जयंती पर गर्व से याद कर रहे हैं।”