सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र की नवगठित सरकार को 27 नवंबर को फ्लोर टेस्ट करा कर बहुमत साबित करने के लिए कहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शिवसेना और कांग्रेस ने फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि बुधवार को मामला साफ हो जाएगा और भारतीय जनता पार्टी (भाजाप) का खेल भी खत्म हो गया है।
शिवसेना के नेता किशोर तिवारी ने कहा, “लाइव टेलीकास्ट के माध्म से सभी वोटिंग की प्रक्रिया को देखेंगे। भारतीय जनता पार्टी और अजित पवार के दावेदारों द्वारा फ्लोर टेस्ट में हेरफेर करने की कोई गुंजाइश नहीं है।”
उन्होंने अपनी पार्टी के रुख को दोहराते हुए कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को चाहिए कि वह अपनी गलती मानें और अपने पद से इस्तीफा दे दें। जबकि मामले को पूरी तरह से खत्म करने के लिए अजित पवार को चाहिए कि वह माफी मांगें और तुरंत राकांपा में वापस लौट आएं।”
शीर्ष न्यायालय के निर्णय पर राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, “सत्यमेव जयते.. भाजपा का खेल खत्म। ”
मलिक ने कहा, “भाजपा की विनाशकारी और गैर-संवैधानिक प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए कल (बुधवार को) ही फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया गया है, जिसका लाइव टेलीकास्ट होगा। अब भाजपा का खेल खत्म होगा।”
भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि पार्टी अदालत के फैसले का सम्मान करती है और विधानसभा में अपना बहुमत साबित करेगी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “शीर्ष अदालत ने 30 घंटे का समय दिया है, लेकिन हम आज 30 मिनट में अपना बहुमत साबित कर सकते हैं।”
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इसे लोकतंत्र की जीत करार देते हुए कहा, “फैसला यह सुनिश्चित करेगा कि फिर से खरीद-फरोख्त शुरू नहीं होगा और लोकतंत्र मजबूत होगा।”