इंडोनेशिया में सुनामी और भूकंप ने पालू शहर पर कहर बरपाया है। पालू शहर में बिल्डिंग और घरों को तहस-नहस कर दिया है। पालू शहर से 50 मील दूर उत्तरी द्वीप में 7.5 गति की तीव्रता से आए भूकंप ने हाहाकार मचा दिया। इस भूकंप में में बिल्डिंग, मकान, विमानों को तबाह कर दिया साथ ही सैकड़ों लोग इस भूकंप में मारे गये।
सुनामी विज्ञानिकों के मुताबिक इंडोनेशिया में सुनामी की चेतावनी और जांच के साधनों के अभाव के कारण अधिक तबाही होने के संकेत है। सुलावेसी और दिन्ग्गला शहर भी सुनामी की चपेट में हैं जहां तबाही और मृतकों की सीमित सूचना ही मिली है।
इंडोनेशिया में साल 2004 में भयंकर सुनामी आई थी जिसकी धाराएं 100 फीट की ऊंचाई तक प्रवाहित हो रही थी। इस विकराल सुनामी ने इंडोनेशिया से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक लाखों लोगो पर कहर बरपाया था। यह भयानक सुनामी धरती की सतह के हटने से जल स्थापित जगह से हट गया और धाराएं बनने लगी।
क्रिसेंट शहर, कैलिफ़ोर्निया में लगभग 30 बार सुनामी ने तबाही मचाई है। इसमें साल 1964 में आया आलास्का भी शामिल है जिसमे 11 लोगो की मौत हो गयी थी।
सुनामी पालू शहर के निकट ही बनती है कारणवश नागरिकों को स्थान खाली करने के लिए थोड़ा वक्त ही मिल पाता है। के नागरिकों को सरकार के चेतावनी जारी करते ही 30 मिनट में ही स्थान खाली करवा दिया। अमेरिका के पास महासागर में सुनामी की तीव्रता मापने के लिए 39 सेंसर है जबकि इंडोनेशिया के पास 22 है जिनका सालों से इस्तेमाल नहीं किया गया है।
इंडोनेशिया के वैज्ञानिक ने कहा कि तकनीक का जरिया उपलब्ध होने के बावजूद उपयोग न होना तकलीफदय है। उन्होंने कहा इंडोनेशिया आग की तपन झेल रहा है और अगर हालात इसी प्रकार रहे तो सुनामी फिर दस्तक देगी।