इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को संकेत दिए कि मध्य सीरिया पर हवाई हमला करने वाला तेलअवीव ही था जिसका निशाना ईरान से जुड़ी हथियार निर्माता फैक्ट्री थी।
टाइम्स ऑफ़ इजराइल के मुताबिक शहीद आईडीएफ के जवानो के परिवार के लिए येरुशलम में आयोजित समारोह में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि “हम उत्तरी फ्रंट से लेकर हर तरफ से संचालन करना जारी रखेंगे।”
उन्होंने कहा कि “हम उन्हें इजराइल के लिए खतरे उत्पन्न करने वाली खुद की मोरचाबंदी करने अनुमति देने के लिए तैयार नहीं है। मज़बूती हमारी मौजूदगी की गारंटी हैं और यह हमारे पड़ोसियों के साथ शान्ति स्थापित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण और मूल शर्त है।”
शनिवार को सीरिया ने हवाई हमले का जिम्मेदार इजराइल को बताया था। इसमें मसयाफ़ शहर में स्थित सैन्य बेस के बाहर स्थित मिसाइल प्रोडक्शन फैसिलिटी को निशाना बनाया गया था। सीरिया की न्यूज़ एजेंसी सना के मुताबिक, हवाई रक्षा सैनिकों ने इजराइल के हमले में बाधा डाली थी, इजराइल द्वारा दागी गयी कई मिसाइलो को मार गिराया था।
लंदन स्थित सीरियन मानवधिकार निगरानीकर्ता समूह के मुताबिक, इस हमले में कई ईरानी तत्व और ईरानी समर्थित चरमपंथी मारे गए हैं और 17 लोग इसमें घायल हुए हैं।
आईडीएफ ने इस हमले के बाबत टिप्पणी करने से इंकार कर दिया था। पड़ोसी मुल्क सीरिया में हवाई हमले के बाबत इजराइल दुर्लभ ही सार्वजानिक स्तर पर खुलासा करता है।
इजराइल के मुताबिक, सीरिया में ईरान अपनी सैन्य मौजूदगी को स्थापित करने की फिराक में हैं और वह हिज़बुल्लाह आतंकी समूह को आधुनिक हथियार मुहैया करने की कोशिश कर रहा है। हालिया वर्षो में इजराइल ने सीरिया में स्थित ईरान से जुड़े हुए निशानों पर सैकड़ों हवाई हमले किये थे। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार की पक्ष की तरफ से रूस भी इस लड़ाई को लड़ रहा है।
शनिवार को हुए हमले के बाद रविवार को सैटेलाइट की तस्वीरें जारी की गयी थी। इमेजसेट इंटरनेशनल ने कहा कि “हवाई हमले में निशाना बनायीं गयी मिसाइल साइट का निर्माण साल 2014 से 2016 के बीच में हुआ था।
विगत वर्ष जुलाई में आईडीएफ के जंगी विमानों ने सीरियन सइंटिफिक रीसर्च सेंटर पर बमबारी की थी जो रासनायिक हथियारों के निर्माण से जुड़ा हुआ था। पिछले महीने इजराइल ने सीरिया के उत्तरी शहर अलेप्पो में ईरानी टारगेट पर हमला किया था। खबर के मुताबिक, उद्योगिक क्षेत्र के करीब कई बेसो को हवाई हमले में निशाना बनाया गया था।
इजराइल कार्यकारी विदेश मंत्री ने बीते माह इस हमले की पुष्टि की थी और कहा कि यह चुनौतीपूर्ण अभियान था। हालाँकि ईरान को मालूम था कि इजराइल ने ही हमले किये हैं।
हाल ही में हवाई हमें से सीरिया और इजराइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। बीते माह अमेरिका के राष्ट्रपति ने सीरिया के गोलन हाइट्स को इजराइल के भूभाग के तौर पर आधिकारिक तौर पर मान्यता दे दी थी। इस निर्णय के खिलाफ सीरिया में काफी प्रदर्शन भी हुए थे।