सीरिया के उत्तरी पश्चिम इद्लिब में हवाई हमलो को आज रोक दिया गया है। चार महीनो से निरंतर इस इलाके में रुसी समर्थित सेना बमबारी कर रही थी। मानव अधिकार पर सीरिया में ब्रितानी निगरानी समूह के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने बताया कि वहां आसमान में कोई जंगी विमान नहीं है और हवाई हमलो को रोक दिया गया था।
उन्होंने कहा कि सीरियाई सरकारी सेना द्वारा एकतरफा युद्धविराम के बाद सरकार विरोधी वफादारों और विद्रोहियों के बीच संघर्ष भी बंद हो गया है। यह समझौता सुबह 6:00 बजे प्रभावी हुआ था। हालाँकि समझौते के बावजूद तोपों से हमले और रॉकेट हमले जारी रहे थे।
सीरिया के सरकार के सहयोगी रूस ने शुक्रवार को घोषणा की कि “डमस्कस के सरकारी बल शनिवार की सुबह को इद्लिब में नए युद्धविराम का निरीक्षण करेंगे। इस समझौते से इद्लिब में स्थिति को स्थिर करना था। सीरिया की सरकार का विरोध करने वाले विदोहियो का आखिरी गढ़ इद्लिब है।
सीरिया के आठ साल के संघर्ष को संयुक्त राष्ट्र ने सबसे बुरे दौर के तौर पर वर्णित किया था। इदलिब क्षेत्र लगभग तीस लाख लोगों का निवास है। इदलिब प्रांत और अलेप्पो और लताकिया प्रांतों के कुछ हिस्सों में अल-कायदा से सम्बंधित जिहादी समूह हयात ताहिर अल-शाम का नियंत्रण है।
सीरिया की सरकार ने इस महीने को शुरुआत में इदलिब प्रान्त के बाबत संघर्षविराम समझौते पर दस्तखत लिए थे। सीरिया में समझौते के गारंटर ईरान, तुर्की और रूस थे। सीरिया में साल 2011 से संघर्षविराम का दौर जारी है।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, उत्तर पश्चिमी सीरिया में करीब 40 लाख आबादी है और यह नागरिक हिंसक माहौल के कारण तुर्की से सटे बॉर्डर की तरफ भाग गए हैं। रूस ने गुरुवार को दावा किया कि चरमपंथियों ने सीरिया के हमा प्रान्त, इदलिब, अलेप्पो और लटाकिया में 28 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। जबकि तुर्की ने दावा किया है कि 36 दफा संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।