रूस ने गुरूवार को कहा कि “सीरिया की शान्ति प्रक्रिया में सार्थक प्रगति देखने को मिली है।” इसका मकसद मध्य पूर्व में आठ वर्षों से जारी संघर्ष को खत्म करना है। रूस के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि “सीरिया के लिए यूएन के विशेष राजदूत की डमस्कस की आगामी यात्रा के दौरान सीरियन संवैधानिक समिति की स्थापना के मौके बेहद अधिक है।”
सीरिया में शान्ति में प्रगति
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि “राजनीतिक पटरी पर एक संवैधानिक समिति की स्थापना के कार्य को पूरा करना और लागू करने के कार्य में सार्थक प्रगति हुई है। डमस्कस में यूएन के विशेष राजदूत की यात्रा की उम्मीद हम करते हैं। यह कमिटी के गठन के कार्य में तेज़ी लाएगी।”
ज़ख्रोवा ने कहा कि “समिति के गठन से सीरिया की सरकार के साथ युद्ध का अंत करने के लिए अंतिम समझौते पर सीधे बातचीत हो जाएगी और इसमें देश के भविष्य को एक आकार मिल जायेगा। साल 2011 से 370000 से अधिक लोगो की मौत हुई है और लाखो लोग विस्थापित हुए हैं।
वेनेजुएला के राजनीतिक संकट के बाबत रुसी प्रवक्ता ने कहा कि “निकोलस मादुरो की सरकार और देश के विपक्ष के बीच हालिया बातचीत का स्वागत करता हूँ। सिर्फ वेनेजुएला के नागरिक ही मौजूदा समस्याओं का समाधान तलाश सकते हैं। इस संदर्भ में हम एक बार फिर विदेशी मुल्कों और वेनेजुएला के राजनेताओं से संयमता और संवेदनशीलता दिखाने की अपील करते हैं। साथ ही इस वार्ता में शामिल भागीदारो पर अपने विचार और शर्तों को न थोपने का आग्रह करते हैं।”
इस वर्ष जनवरी से वेनेजुएला राजनीतिक संकट से जूझ रहा है, जब विपक्ष के नेता जुआन गुइडो ने खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था।
अमेरिका ने तत्काल गुइडो को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने मादुरो को सत्ता से इस्तीफा देने और नए सिरे से चुनावो का आयोजन करने की मांग की थी। रूस, चीन और तुर्की जैसे देश सत्ताधारी राष्ट्रपति मादुरो का समर्थन कर रहे हैं और इन्होने देश में बाहरी दखलंदाज़ी की आलोचना की है।