सीरिया में एकजुट होकर कार्य करने की नीति को तय करने के लिए रूस, तुर्की व ईरान गुरूवार को बातचीत करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही सैनिकों की वापसी का ऐलान किया था। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दक्षिणी शहर सोची में तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैय्यप एर्दोगन और ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी का इस्तकबाल करेंगे।
अल जजीरा के मुतबिक सीरिया राष्ट्रपति बशर अल असद को रूस और ईरान दोनों समर्थन करते हैं। इस आठ सालों के द्वन्द में 36000 से अधिक लोगों की मौते हुई है। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि “इस विवाद के सुधार के लिए यह बातचीत बेहतर साबित होगी। हमने साथ में काफी कार्य किया है, हम काफी आगे निकलाएँ हैं।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह सीरिया से अपने सभी सैनिकों को वापस बुला रहे हैं। गुरूवार को राष्ट्रपति पुतिन से बातचीत के पूर्व तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा की “अमेरिकी सैनिकों की वापसी से सीरिया में अन्य विदेशी ताकतों का साथ काम करना आसान हो जायेगा।”
सहयोग के बाबत उन्होंने कहा कि रूस और तुर्की ने साझा गश्त करने की योजना बनायीं है। इसके लिए सैन्य समझौता किया गया है। हालाँकि अधिक जानकारी मुहैया करने से इंकार कर दिया था। तुर्की के राष्ट्रपति ने उत्तरी पूर्व में आईएस से लड़ रही कुर्दिश सैनिकों को भी वापस बुलाने को कहा है।
रुसी राष्ट्रपति से बैठक से पूर्व हसन रूहानी ने सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ प्रयासों को अधिक करने को कहा है। सोची से वापसी से पूर्व हसन रूहानी ने कहा कि “सीरिया से अमेरिकी सेना की वापसी एक अच्छी खबर है। लेकिन हम अमेरिकियों के शब्दों, वादों और प्रतिबद्धताओं पर यकीन नहीं कर सकते हैं। सीरिया की सरकार को सभी क्षेत्रों में अपना नियंत्रण स्थापित करना होगा।”
सीरिया के राष्ट्रपति असद को रूस और ईरान सैन्य सहायता मुहैया करते हैं, जबकि तुर्की उत्तर में कुर्दिश विद्रोहियों के खिलाफ लड़ रहे विद्रोहियों को सहयोग करती है। तीनो राष्ट्रों ने मिलकर अस्ताना शान्ति प्रक्रिया की शुरुआत की है। गुरूवार को इन देशों के मध्य चौथी मुलाकात थी।