रूस के विमानों द्वारा सोमवार को सीरिया के उत्तरी पश्चिमी शहर में हवाई हमला किया गया था जिसमे महिलाओं और बच्चों समेत 25 लोगो की मौत हुई है। अल जजीरा के मुताबिक, यह आक्रमक सैन्य कार्रवाई को रूस के सुखोई विमान और सीरिया की सेना ने अंजाम दिया था। साथ ही क्षेत्र के स्कूलों और स्वास्थ्य केन्द्रो को भी निशाना बनाया था।
बफर जोन डील के बावजूद बीते कुछ हफ़्तों में आक्रमक कार्रवाई की गयी थी और इसके कारण क्षेत्र से 30 लाख निवासियों को बेघर होना पड़ा था। खान शेखों, कफर बट्टिक और अन्य गाँवों में हमले के पीछे रूस के विमान थे, इससे बीते माह 12 लोगो की मौत हुई थी।
विभागों ने अलजजीरा को बताया कि हवाई अभियान की शुरुआत रूस ने अप्रैल में की थी जिसमे तब से 1500 से अधिक नागरिकों की मौत हुई है। विद्रोहियों के उत्तरी हमा और दक्षिणी इदलिब प्रांतो में रुसी समर्थित आक्रमणकारी हमला करने में नाकामयाब रहे हैं। सीरिया के आखिरी छोर पर इस्लामिक स्टेट एक बड़ा रोड़ा बनकर खड़ा है।
मॉस्को और सीरिया की सेना ने नागरिकों के क्षेत्र में बमबारी के आरोपों को नकारा है। रूस ने संघर्षविराम संधि के टूटने का जिम्मेदार आतंकी समूहों को ठहराया है। उन्होंने कहा कि “तुर्की बीते वर्ष हुई संधि को कायम रखने में असफल साबित हुई है।”
सीरिया के राष्ट्रपति की सेना और रुसी सैनिको ने इदलिब में चरमपंथियों के ठिकानों पर हवाई हमलो और रॉकेट दागने को तीव्र कर दिया है। ट्रम्प ने शुक्रवार को सीरिया और रूस को जिहादियों के आखिरी क्षेत्र में बमबारी को रोकने के लिए कहा था।
मेरिका के गठबंधन ने शुक्रवार को कहा कि साल 2014 से इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट पर किये हवाई हमले में अनजाने में 1300 नागरिकों की हत्या हो गयी है।