सीरिया की स्थानीय न्यूज़ एजेंसी सना के मुताबिक, इजराइल के विमानों ने शनिवार को सीरिया के हमा प्रान्त में स्थित सैन्य ठिकाने पर हमला किया था। हालाँकि सीरिआई सेना ने इजराइल के हमले को रोका और इसका प्रतिकार भी किया था। इस हमले में कुछ इमारते ध्वस्त हो गयी है और तीन लड़ाके जख्मी हुए हैं।
एजेंसी ने सैन्य सूत्र के हवाले से कहा कि “करीब 2:30 बजे सुबह इजराइल के युद्ध विमानों ने लेबनान के हवाई मार्ग से हवाई हमले को अंजाम दिया था। हाल ही में अमेरिका ने सीरिया के क्षेत्र गोलन हाइट्स को इजराइल के भूभाग के तौर पर मान्यता दे दी थी और इसके बाद दोनों देशों में काफी तनाव बढ़ गया है।
इस निर्णय के बाद अमेरिका की काफी आलोचना हुई और सीरिया में प्रदर्शन भी हुए थे। इजराइल ने साल 1967 में सीरिया से गोलन क्षेत्र को छीन लिया था और साल 1981 में आधिकारिक तौर पर इस क्षेत्र मे अपना कब्ज़ा बना लिया था। अलबत्ता, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इजराइल के अवैध कब्जे को कभी स्वीकृति नहीं दी थी।
डोनाल्ड ट्रम्प के ट्वीट के बाद अंतर्राष्ट्रीय जगत में इसके कदम के खिलाफ नकारात्मक प्रतिक्रिया आने लगी थी। यूरोपीय संघ, मध्य पूर्वी देशो और संगठनों ने अमेरिका के निर्णय आलोचना की थी।
इजराइल की राजधानी तेल अवीव से येरुशलम में स्थानांतरित करने के बाद फिलिस्तीन ने अमेरिका से वार्ता करना बंद कर दिया है। फिलिस्तानी अथॉरिटी न्यूज़ सर्विस गाफा के अनुसार “राष्ट्रपति ने दोहराया कि सम्प्रभुता का निर्णय अमेरिका या इजराइल नहीं करेगा।”