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    रूस अमेरिका सीरिया

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एशियाई दौरे के दौरान वियतनाम गए। एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) सम्मेलन में ट्रम्प ने हिस्सा लिया। इसमें कई देश शामिल हुए।

    एपेक सम्मेलन में सबसे महत्वपूर्ण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प व रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच होने वाली मुलाकात पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई थी। लेकिन दोनों नेताओं ने सबको हैरान करते हुए वहां पर मुलाकात की।

    पहले कहा जा रहा था कि दोनों के बीच में कोई औपचारिक मुलाकात नहीं होगी। हालांकि अनौपचारिक संवाद होने के बारे में संभावना व्यक्त की गई थी। एपेक में ट्रंप और पुतिन ने एक-दूसरे से हाथ मिलाकर अभिवादन किया। 21 देशों के नेता इस बैठक में उपस्थित थे।

    सीरिया में युद्ध का सैन्य समाधान नहीं

    एक वेबसाइट के मुताबिक एपेक सम्मेलन के बाद डोनाल्ड ट्रम्प व व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त बयान जारी करके कहा कि सीरिया में युद्ध का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है। इसके अलावा दोनों नेताओं ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के खात्मे के लिए साथ में कोशिश करने पर प्रतिबद्धता जताई।

    सीरिया आंतकी संगठन आईएस के चंगुल में था। जिसके बाद अमेरिका ने वहां पर अमेरिकी सेना के जरिए हवाई हमले किए थे। अमेरिका की ओर से किए गए एक हमले में सीरिया के राष्ट्रपति के एयरबेस पर भी हमला किया गया था जिस पर रूस ने अमेरिका का विरोध किया था। बाद में रूस व अमेरिकी रिश्तों में काफी कड़वाहट आ गई थी।

    दोनों देशों के बीच में युद्ध तक की नौबत आ गई थी। एपेक में मुलाकात के बाद ट्रम्प व पुतिन ने बयान में कहा कि सीरिया में आईएस को खत्म करने के लिए सैन्य विकल्प कोई समाधान नहीं हो सकता है। सीरिया मुद्दे का समाधान अन्य तरीके से निकाला जाना चाहिए।

    इसके अलावा आईएस को सीरिया से पूरी तरह से खत्म करने पर दोनों देशों ने आपसी सहमति जताई है। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से रूस व अमेरिका के बीच में सीरिया को लेकर विवाद चल रहा था। लेकिन एपेक में ट्रम्प व पुतिन की हुई मुलाकात के बाद दोनों नेता सीरिया मुद्दे पर एक साथ दिखाई दिए।