भारत ने म्यांमार की सीमा विकास के लिए की जाने वाली आर्थिक सहायता में 5 मिलियन डॉलर का इजाफा किया है। म्यांमार इंडो-म्यांमार सीमा में विकास प्रोजेक्ट पर कार्य कर रहा है। म्यांमार में नियुक्त भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी ने म्यांमार के सीमा विकास अधिकारी को 5 मिलियन डॉलर का चेक दिया है।
🇮🇳 India Myanmar 🇲🇲
Friendship Project|Amb. @VikramMisri handed over US$ 4.95 Million Ceremonial Cheque to Union Minister for Border Affairs, Lt. General Ye Aung as India’s assistance to Myanmar’s Border Area Development Project pic.twitter.com/M2OpjZwEVp— India in Myanmar (@IndiainMyanmar) November 26, 2018
साल 2012 में हुए बॉर्डर रीजन डेवलपमेंट एग्रीमेंट के मुताबिक तहत हर साल देय रकम में 5 मिलियन डॉलर की=अ इजाफा किया है, जो पांच सालों तक अदा की जानी है। विकास मिसरी ने तवीयत कर कहा है कि सीमा पर एक समारोह के दौरान उन्होंने म्यांमार के सीमा अधिकारी जनरल या औंग को 4.95 मिलियन डॉलर का चेक दिया है, जो इंडो-म्यांमार के सीमा विकास कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जायेगा।
भारत और म्यांमार ने साल 2012 में समझौता किया था जिसके तहत भारत अभी तक 25 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद म्यांमार के सुपुर्द कर चुका है। म्यांमार के सीमा मंत्रालय के द्वारा इस परियोजना के पहले चरण में 21 स्कूल, 17 स्वास्थ्य केंद्र और 8 ब्रिज के निर्माण की योजना बनायीं थी।
म्यांमार की सरकार दुसरे चरण के प्रोजेक्ट के निर्माण के लिए कॉन्ट्रैक्टर्स की तलाश कर रही है, जिसके तहत पांच रोड प्रोजेक्ट का निर्माण किया जायेगा। म्यांमार के चिन राज्य में तीन और नागा में आठ स्कूलों के निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है। म्यांमार भारत के चार उत्तरी-पूर्वी राज्यों के साथ 1600 किलोमीटर की सीमा साझा करता है, जो मणिपुर, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम की सीमायें हैं।