अमेरिकी सदन की प्रतिनिधियों ने मंगलवार को डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सीमा पर दीवार के निर्माण पर इमरजेंसी को हटाने के लिए प्रस्ताव को पारित कर दिया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने देश में 15 फरवरी को आपातकाल लगाने की घोषणा की थी। सदन में इस प्रस्ताव खिलाफ 182 वोट पड़े थे और इसके समर्थन में 13 मत पड़े थे।
इस प्रस्ताव का मकसद डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा घोषित आपातकाल को खत्म करना हैं और उन्हें जरुरी कार्यों के लिए आवंटित फंड से सीमा पर दीवार का निर्माण करने से रोकना है। अमेरिकी सीनेट इस प्रस्ताव पर आगामी 18 दिनों में मतदान होने की सम्भावना है। हालाँकि रिपब्लिक बहुमत वाली सीनेट में यह प्रस्ताव पारित होगा या नहीं, इस पर अभी संशय बना हुआ है।
ट्रम्प के खिलाफ मुकदमा दायर
इससे पूर्व डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा आपातकाल की घोषणा के खिलाफ 16 राज्यों ने मुकदमा दायर किया था। कैलोफोर्निया के अटॉर्नी जनरल जेवियर बेसेरा की अगुवाई में राज्यों के समूह ने कैलोफोर्निया के उत्तरी जिले में अमेरिकी जिला न्यायलय में केस दायर किया था।
अटॉर्नी जनरल ने सीएनएन को बताया कि “हम राष्ट्रपति को संविधान का उल्लंघन करने, शक्तियों को अलग करने, अमेरिकियों व राज्यों से धन चोरी करने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है, जो कांग्रेस ने जान सुविधाओं के लिए मुहैया किया है।
इस केस में कहा गया है कि आपातकाल का ऐलान कर डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी कांग्रेस पर दीवार के निर्माण के लिए धनराशि देने का दबाव बना रहे हैं। कैलिफोर्निया में मुकदमे में कोलोराडो, कनेक्टिकट, डेलावेयर, हवाई, इलिनोइस, मेन, मैरीलैंड, मिशिगन, मिनेसोटा, नेवादा, न्यू जर्सी, न्यू मैक्सिको, न्यूयॉर्क, ओरेगन और वर्जीनिया से अटॉर्नी जनरल शामिल हुए थे।
आपातकाल का ऐलान
हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प ने ऐलान किया कि वह अपने संकल्प को पूरा करने के लिए देश में आपातकाल लगाने का ऐलान कर रहे हैं।राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि “हम इस पर आज ही हस्ताक्षर करेंगे और राष्ट्रिय आपातकाल का लागू करेंगे।
यह करना जरुरी है क्योंकि हम पर ड्रग, आपराधिक गैंग और मानव तस्करी जैसे हमले जारी है और यह अस्वीकृत है। सीनेट के नेता चक सचुमेर ने कहा कि “राष्ट्रपति ट्रम्प, आपने कैसे आपातकाल का ऐलान कर दिया,जब आप कह रहे हैं आपको यह करने की जरुरत नहीं थी।”