Mon. Nov 18th, 2024
    akhilesh_yadav

    समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर सीबीआई की कारवाई के बाद भले ही उसपर केंद्र सरकार का पालतू होने का इलज़ाम लग रहा हो लेकिन सीबीआई ने ये दावा किया है मुख्यमंत्री रहते अखिलेश यादव ने एक ही दिन में 13 खनन पट्टों को मंजूरी दी थी।

    मुख्यमंत्री रहते अखिलेश यादव ने कुछ समय तक खनन विभाग भी संभाला था इसलिए खनन घोटालों की आंच अखिलेश यादव तक पहुंची है। सीबीआई ने कहा है अपने कार्यकाल में अखिलेश यादव ने कुल 14 पट्टों को लाइसेंस जारी किया था जिसमे 13 पत्तों को एक ही दिन लाइसेंस जारी कर दिया गया और ई- टेंडरिंग प्रक्रिया का उल्लंघन कर के ये लाइसेंस जारी किये थे।

    सीबीआई ने कहा है कि ई-टेंडरिंग प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए हमीरपुर की जिलाधिकारी बी चंद्रकला ने खनन पट्टे जारी किये थे और ये पट्टे तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मंजूरी के बाद जारी किये गए थे और उस वक़्त अखिलेश यादव के अधीन ही खनन विभाग था।

    सीबीआई के अनुसार जिस खनन निति का उल्लंघन किया गया था उस निति की मंजूरी इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 29 जनवरी 2013 को दी गई थी।

    सीबीआई के छापे के बाद समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन को रोकने के लिए राजनीति से प्रेरित कदम बताया था। अखिलेश यादव ने कहा अगर सीबीआई चाहे तो ये भी पूछ सकती है कि हमने कितने कितने सीटों पर गठबंधन किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा का असली रंग सीबीआई के सामने आ रहा है।

    मायावती ने भी खुल कर अखिलेश यादव का बचाव करते हुए कहा था कि उन्हें भाजपा से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि उन्हें सर उठा कर भाजपा की ऐसी साजिश का सामना करना चाहिए। उन्होंने ये भी याद दिलाया कि किस तरह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के वक़्त उन्हें (मायावती) ताज कॉरिडोर मामले में फंसाया गया था।

    सपा और बसपा के बीच गठबंधन की औपचारिक घोषणा 15 जनवरी को होने की उम्मीद है।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *