चीन और पाकिस्तान ने मंगलवार को चीन-पाक आर्थिक गलियारा की सुरक्षा को बढाने पर चर्चा की है। साथ ही विभिन्न प्रोजेक्ट में कार्यरत 10000 चीनी लोगो की सुरक्षा पर भी बातचीत की थी। जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ के पाकिस्तान के चेयरमैन जनरल जुबैर महमूद हयात ने कई चीनी आला अधिकारीयों से मुलाकात की थी। इसमें उपराष्ट्रपति वांग किशन भी है। उन्होंने आतंकवाद रोधी और सुरक्षा कार्रवाई पर चर्चा की थी।
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव
राष्ट्रपति शी जिनपिंग की महत्वकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का भाग सीपीईसी है। भारत ने चीन के समक्ष विरोध किया था क्योंकि सीपीईसी परियोजना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरती है। जनरल हयात से मुलाकात के दौरान वांग ने कहा कि पाकिस्तान चीन का सदबहार रणनीतिक साझेदार है।
उन्होंने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय हालात के परिवर्तित होने के बावजूद चीन और पाकिस्तान ने हमेशा एक दूसरे का समर्थन और सहयोग किया है। दोनों पक्षों को सीपीईसी के निर्माण में मज़बूत प्रगति करनी चाहिए और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग गहरा करना चाहिए इसमें आतंक रोधी और सुरक्षा भी शामिल है।
वांग ने कहा कि “सीपीईसी का सहयोग एक नए चरण तक पंहुच गया है, इसमें संवर्धन, विस्तार और उच्च गुणवत्ता विकास शामिल है।” जनरल हयात ने कहा कि “पाकिस्तान दृढ़ता से बीआरआई के संयुक्त निर्माण का समर्थन करता है और सीपीईसी के सुगम निर्माण की गारंटी के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।”
सोमवार को उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ चीन के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य गुओ शेंग्कुम से मुलाकात की थी। गुओ ने जनरल हयात से कहा कि चीन आतंकवाद रोधी, कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सहयोग को मज़बूत करने के लिए पाकिस्तान के साथ खड़ा है ताकि सीपीईसी के निर्माण की सुरक्षा गारंटी मुहैया की जा सके।
पाकिस्तान में सीपीईसी परियोजनाओं पर 10000 चीनी कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। पाकिस्तान में स्पेशल सिक्योरिटी डिवीज़न का गठन किया गया है और इसमें 15000 सैनिक, 9000 जवान और 6000 पैरामिलिटरी सैनिक है जो चीनी नागरिकों की रक्षा के लिए तैनात है। बलोच लिब्रेशन आर्मी बलोचिस्तान प्रान्त में सीपीईसी परियोजना का विरोध कर रहा है।