पाकिस्तान के वरिष्ठ मंत्री ने वीरवार को ऐलान किया कि साऊदी अरब को चीन-पाक आर्थिक गलियारे के तीसरा रणनीतिक साझेदार बनना चाहिए।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान साऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर थे।
सीपीईसी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट है। इस परियोजना के बुनियादी ढ़ाचे के निर्माण में उन्होंने 50 मिलियन डॉलर का निवेश किया है।
चीन का यह प्रोजेक्ट विश्व में अपनी पैंठ बनाने के लिए है। जिससे चीन कई मुल्कों को कर्ज के जाल में फांस रहा है।
मीडिया में सूचना मंत्री ने बताया कि पाकिस्तान का असल मकसद साऊदी अरब के साथ व्यापार और सुरक्षा में सहयोग करना है।
पाकिस्तान ने रियाद को सीपीईसी में तीसरा रणनीतिक साझेदार बनने के लिए आमंत्रित किया है। आगामी अक्टूबर के पहले सप्ताह में साऊदी के वित्त और ऊर्जा मंत्री पाकिस्तान का दौरा करेंगे।
सीपीईसी प्रोजेक्ट वाहनों के आवाजाही के लिए जाल बिछाएगा। ग्वादर जल मार्ग और विशेष आर्थिक क्षेत्र साल 2030 तक पाकिस्तान के उद्योगिकरण के विकास को बढ़ावा देगा।
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि इमरान खान ने रियाद को यकीन दिलाया है कि इस्लामाबाद हमेशा उनके साथ खड़ा रहेगा।
सुरक्षा का वादा
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि वह रियाद को सुरक्षा मुहैया करना जारी रखेंगे और साथ ही उन्हे जरुरत पर रणनीतिक सहयोग भी करेंगे।
साथ ही उन्होंने कहा कि साऊदी के शहजादे सलमान और पाक पीएम खान की देखरेख में एक उच्च स्तर की कमेटी का गठन कर दिया है जो व्यापार और वाणिज्य के मसलों पर निगरानी रखेगी।