प्रधान न्यायाधीश एस. ए. बोबडे ने गुरुवार को कहा कि हेरीटेज वृक्षों का महत्व अमूल्य है, क्योंकि हम अपने पूरे जीवनचक्र में पेड़ द्वारा पैदा किए गए ऑक्सीजन पर ध्यान नहीं देते हैं। हेरीटेज वृक्ष आमतौर पर एक बड़े आकार का पेड़ होता है, जिसका काफी महत्व होता है। यह पेड़ अपने आकार, आयु, दुर्लभता, सौंदर्य व वनस्पति के लिहाज से महत्वपूर्ण माना जाता है।
प्रधान न्यायाधीश ने कोलकाता और बांग्लादेश सीमा के पास रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के लिए पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सैकड़ों हेरीटेज पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान यह बात रखी।
बोबडे ने कहा, “जब आप एक हेरिटेज वृक्ष काटते हैं, तो विभिन्न वर्षो में पेड़ द्वारा उत्पादित ऑक्सीजन के मूल्य को देखें। फिर इसकी तुलना करने की कोशिश करें कि अगर आपको इसे कहीं से खरीदना है तो आपको कितना भुगतान करना होगा।”
प्रधान न्यायाधीश ने यह भी कहा कि आर्थिक महत्व के लिए पेड़ों की कटाई नहीं की जानी चाहिए।
उन्होंने देखा कि यह मामला पर्यावरण क्षरण और विकास के बीच सामान्य दुविधा को प्रस्तुत करता है।
शीर्ष अदालत ने परियोजना से संबंधित विकल्पों का पता लगाने के लिए तीन स्वतंत्र विशेषज्ञों और एक सरकारी प्रतिनिधि को शामिल करते हुए चार सदस्यीय समिति के गठन का आदेश दिया। समिति पांच सप्ताह के बाद शीर्ष अदालत को इस मुद्दे पर रिपोर्ट देगी।