बीजेपी ने आख़िरकार गुजरात विधानसभा में 100 का आंकड़ा पार कर ही लिया। रत्नसिंह राठौड़ ने बीजेपी को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान कर दिया है जिससे पार्टी अब 182 सदस्यीय विधानसभा में 100 विधायकों का समर्थन हासिल करने में कामयाब हो गयी है।
गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा जीतने के बाद भी बीजेपी खुश नहीं थी। कारण था पिछले 22 सालों में पहली बार 100 का आंकड़ा ना पार कर पाना। गुजरात में इस बार पार्टी एक विधायक की कमी की वजह से 100 का आंकड़ा नहीं पूरी कर पाई और 99 पर ही सिमट कर रह गयी।
बीजेपी की इस हालत पर विपक्ष ने 99 का फेर बोलकर तंज भी कसा था मगर अब निर्दलीय नेता रत्नसिंह राठौड़ के बिना शर्त समर्थन मिलने की वजह से हालत बदल गए है। बता दे कि किसी समय में रत्नसिंह राठौड़ कांग्रेस के बड़े ही प्रिय नेता रह चुके है लेकिन इस चुनाव में टिकट ना मिलने के कारण वो पार्टी से अलग हो गए थे।
राठौड़ ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था जिसके वजह से उनको पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित भी कर दिया गया था। इन सब मुश्किलों के बावजूद रत्नसिंह चुनाव जीतने में सफल हुए। अब उन्होंने बीजेपी के साथ जुड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने यह बात बीजेपी को एक पात्र के माध्यम से बताई है।
1995 | 121 |
1998 | 117 |
2002 | 127 |
2007 | 117 |
2012 | 115 |
2017 | 99 |
गुजरात में बीजेपी का प्रदर्शन लगातार गिरता जा रहा है। हालंकि पार्टी हर विधानसभा चनुनव को जीतते आई है। गुजरात में पार्टी ने 1995 में बीजेपी को 121 सीटें, 1998 में 117 सीटें, 2002 में 127 सीटें, 2007 में 117 सीटें, 2012 में 115 सीटें और 2017 में 99 सीटें जीती हैं।