देश भर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ शुक्रवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी शुक्रवार को पुलिस से भिड़ गए। हिंसा के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में स्थिति तनावपूर्ण रही। नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ व्यापक विरोध और हिंसा में पूरे यूपी में नौ लोगों की मौत हो गई है। साथ ही उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के लिए पुलिस ने सपा सांसद समेत 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। शनिवार को यह रहा देशभर में सीएए विरोध का घटनाक्रम।
उत्तर प्रदेश आईजी : 10 दिसंबर से अब तक 705 लोग गिरफ्तार, 15 लोगों की मौत, 264 पुलिसकर्मी घायल
उत्तर प्रदेश, पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया कि राज्य में 10 दिसंबर से लेकर अबतक नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में, 705 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और निवारक गिरफ्तारी के बाद लगभग 4500 लोगों को रिहा किया जा चुका है। हिंसक प्रदर्शनों के दौरान 15 लोग हताहत हुए, और 264 पुलिस कर्मियों को घायल हुए हैं। जिसमें से 57 कर्मियों को आग के हथियारों से चोटें आई हैं।
उत्तर प्रदेश : सीएम योगी ने राज्यपाल को हिंसा की रिपोर्ट सौंपी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से मुलाकात की है। आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में नागरिकता (संशोधन) कानून के खिलाफ चल रहे हिंसक आंदोलन के बारे में बात हुई। योगी ने राज्यपाल को इससे निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी। राज्यपाल गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजेंगे। हालांकि इन दोनों की मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया गया है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कानून को अपने हाथ में लेकर उपद्रव व हिंसा करने की छूट किसी को नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अफवाहों में न पड़ें, उपद्रवी तत्वों के उकसावे में न आएं, प्रदेश में शांति बहाल रखें, प्रशासन को नागरिकता कानून पर अफवाह फैलाने वाले और हिंसा करने वाले तत्वों को ढूंढ़ निकालने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर व्यक्ति की सुरक्षा का दायित्व प्रदेश सरकार का है। यूपी पुलिस सभी को सुरक्षा प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री ने एक बार इस बात को दोहराया है कि जहां भी सार्वजनिक सम्पत्ति को प्रदर्शनकारियों ने क्षति पहुंचाई है, उस सम्पत्ति की भरपाई वीडियो फूटेज, अन्य पुष्ट प्रमाणों के आधार पर चिन्हित किए जा रहे हैं। ऐसे लोगों की सम्पत्तियों को जब्त किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश : रामपुर में प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव, पुलिस ने टियर गैस का इस्तेमाल किया
उत्तर प्रदेश के रामपुर में सीएए को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए टियर गैस का इस्तेमाल किया।
उत्तराखंड : हल्द्वानी में विरोध प्रदर्शन
हल्द्वानी में शनिवार को बड़ी संख्या में लोगों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
उत्तर प्रदेश : सीएए-एनआरसी विरोधी प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस ने बढ़ाई गश्त
उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड के बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट और महोबा जिलों में नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ प्रदर्शनों के मद्देनजर मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में शनिवार को पुलिस गश्त बढ़ा दी गई और अधिकारी साम्प्रदायिक सौहाद्र्र कायम करने की अपील कर रहे हैं। बांदा नगर के पुलिस उपाधीक्षक (सीओ) आलोक मिश्रा ने शनिवार को बताया, “सीएए और एनआरसी को लेकर किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हो रहा है। मुस्लिम बाहुल्य बस्ती में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और पुलिस अधीक्षक एवं अपर पुलिस अधीक्षक मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर उन्हें सीएए और एनआरसी के जरिए किसी की नागरिकता नहीं खोने का भरोसा दे रहे हैं।”
उन्होंने बताया, “शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जामा मस्जिद के पास कुछ लोगों ने नारेबाजी की थी, इसको देखते हुए आज ज्यादा सतर्कता बरती जा रही है। सोशल मीडिया पर भी नजर बनी हुई है और ड्रोन कैमरों से भी नगर की निगरानी की जा रही है।”
हमीरपुर जिले में भी शांति है। मौदहा सीओ सौम्या पांडेय ने शनिवार को बताया, “मौदहा कस्बे में शुक्रवार को नमाज के बाद कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकालने की कोशिश की थी, जिसमें पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा था। उसी को देखते हुए शनिवार को ज्यादा सावधानी बरती जा रही है। मुस्लिम धर्म गुरुओं से लगातार संपर्क बना हुआ है और आज किसी प्रकार का प्रदर्शन नहीं हो रहा है। सभी दुकानें खुली हैं और लोग आराम से आवाजाही कर रहे हैं।”
इसी प्रकार चित्रकूट जिले के कर्वी नगर सीओ रजनीश यादव ने बताया, “यहां एकदम शांति है, फिर भी सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए सेल का गठन किया गया है। लोगों से लगातार शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।”
महोबा जिले के पुलिस अधीक्षक मणिलाल पाटीदार ने बताया, “नागरिक संशोधन अधिनियम या राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर यहां कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हो रहा।”
उन्होंने बताया, “शुक्रवार को सोशल मीडिया में एक आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर पूर्व पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) वजीह अहमद के खिलाफ धारा-195 ए और 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।” इस मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व डीआईजी अहमद ने शनिवार को कहा कि “यह पोस्ट उनके मोबाइल में कहीं से आई थी, बच्चों ने खेल-खेल में उसे फारवर्ड कर दिया था। मैंने कोई पोस्ट नहीं डाली।”
असम के तिनसुकिया में कर्फ्यू
असम के तिनसुकिया में आज रात 8 बजे से कल सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लगाया जाएगा।
कर्नाटक : सुरक्षा बलों ने निकाला मार्च
कर्नाटक में सुरक्षा बलों ने नागेश्वर स्कूल से कलाबुरागी में जगत सर्किल तक मार्च निकाला। एडीजीपी आलोक कुमार ने इस बारे में कहा कि “आम जनता के मन में विश्वास पैदा करने के लिए और बुरे तत्वों के मन में भय पैदा करने के लिए हम लोगों को सही संकेत भेजने के लिए बल दिखाना चाहते थे”। जिसके लिए यह मार्च निलाका गया।
उत्तर प्रदेश : विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ और आगजनी करने वालो पर योगी सरकार की कार्रवाई, भेजे वसूली के नोटिस
नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के बाद सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ योगी सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। यूपी पुलिस ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन पर जुर्माना लगाकर उन्हें वसूली नोटिस भेज रहे हैं। जुर्माना नहीं चुकाने पर सम्पत्ति को कुर्क करने की बात हो रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 19 दिसंबर को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने उपद्रवियों को सीसीटीवी फूटेज के माध्यम से चिन्हित किया है और इसी के आधार पर उन पर कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। वहीं लखनऊ में हुई हिंसा के मामले में पकड़े गए आधा दर्जन से ज्यादा लोगों का पश्चिम बंगाल से कनेक्शन है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, लखनऊ में हिंसा के दौरान इन्हें बंगाल से बुलाया गया था। पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि उग्र प्रदर्शन मामले में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लखनऊ में ही करीब 218 लोग गिरफ्तार हुए हैं।
डीजीपी ने कहा, “मामले की जांच जारी है। प्रदर्शन में एनजीओ और बाहरी तत्व शामिल हो सकते हैं। हम जांच करा रहे हैं और किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। निर्दोष को कोई परेशानी नहीं होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि “अब तक प्रदेश में नौ लोगों की मौत हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है, वे क्रॉस फायरिंग में मारे गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्थिति साफ हो जाएगी। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।”
शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जवाद ने मुसलमानों से संयम दिखाने की अपील की
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि सीएए और एनआरसी दो अलग-अलग चीजें हैं। एनआरसी अब तक केवल असम में लागू किया गया है और पूरे भारत में लागू नहीं किया गया है। लेकिन हम अभी तक यह नहीं जानते हैं कि इसमें क्या नियम होने जा रहे हैं। राजनीतिक पार्टियां इस पर गुमराह कर रही हैं। उन्होंने मुसलमानों से संयम दिखाने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश : कानपुर में सीएए विरोधी प्रदर्शन जारी
उत्तर प्रदेश के कानपुर में शनिवार को भी संशोधित नागरिकता अधिनियम के विरोध में प्रदर्शन जारी रहा। इस दौरान एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा है कि हालात काबू हैं और अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि कल रात 40 लोगों को हिरासत में लिया गया था। 2 लोग हताहत हुए थे। कुछ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उत्तर प्रदेश : बहराइच हिंसा
सीएए को विरोध प्रदर्शन के दौरान बहराइच जिले में हिंसा की घटनाओं पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) गौरव ग्रोवर ने कहा कि शुक्रवार को 6 मामले दर्ज किए गए, 38 लोगों को हिरासत में लिया गया है। 100 लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ एफआईआर की गई है। हिंसक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
केरल : विरोध प्रदर्शन रोकने के लिए पुलिस ने पानी की तोपों का इस्तेमाल किया
केरल में कांग्रेस ने शनिवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ 14 जिलों में सड़कों पर उतरकर इसकी वापसी की मांग की। इस दौरान कुछ स्थानों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं।
कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विभिन्न जिलों में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।कासरगोड में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे राज्य कांग्रेस प्रमुख मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि वे पार्टी की विचारधारा के साथ बने रहेंगे और अहिंसक तरीके से अपना विरोध जताएंगे।
रामचंद्रन ने कहा, “सीएए एक ऐसा कानून है जो देश का विनाश कर देगा। यह एक ऐसा निर्णय है, जो देश को प्रभावित करने वाला है, इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए।” इसके अलावा विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मलप्पुरम में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “सीएए जल्द ही कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा।”
चेन्निथला ने कहा, “इसके माध्यम से केंद्र ने हमारे देश के नागरिकों के बीच आतंक फैला दिया है। लोग अपना मजबूत विरोध दर्ज कराने के लिए सामने आ रहे हैं।” इसके साथ ही राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष एम.एम. हसन ने मोर्चा संभाला।
उस समय हलचल मच गई जब, नाराज छात्र और कांग्रेस युवा विंग के कार्यकर्ता यहां के जनरल पोस्ट ऑफिस में घुस गए। पुलिस को उन्हें यहां से हटाने में काफी संघर्ष करना पड़ा। केरल में कांग्रेस द्वारा विरोध प्रदर्शन का यह दूसरा दौर है और इससे अगले दौर में पार्टी के लोकसभा सदस्यों द्वारा सीएए के विरोध में एक लंबा मार्च किया जाएगा।
भूपेश बघेल : मैं पहला व्यक्ति होंगा, जो एनआरसी पर हस्ताक्षर नहीं करेगा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यदि एनआरसी (नागरिक राष्ट्रीय रजिस्टर) लागू किया जाता है। तो मैं पहला व्यक्ति होगा, जो रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करेगा।
उत्तर प्रदेश : अलीगढ़ में 3 और बुलंदशहर में 16 लोग गिरफ्तार, 10 लोगों की मौत
नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा में 10 लोगों की मौत हो गई है और करीब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हैं। सीएए को लेकर कई हिस्सों में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए सरकार ने शनिवार को सभी स्कूलों-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है। स्थिति सामान्य रहने पर 23 दिसंबर को शिक्षण संस्थान खुलेंगे। अपर गृहसचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में हुई आगजनी और हिंसा में नौ लोगों की मौत हो गई है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है, क्योंकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को विभिन्न जिलों में हुई हिंसा के बाद 667 आरोपितों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा के दौरान कुल 38 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। स्थिति फिलहाल नियंत्रण में हैं। अलीगढ़ में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बुलंदशहर में 700 -800 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है और 16 हिरासत में हैं। जौनपुर जिले में 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, प्रदेश में हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए शनिवार को स्कूल-कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया गया है और स्थिति सामान्य रहने पर 23 दिसंबर को ये फिर से खोले जाएंगे।
कर्नाटक: सिद्धारमैया ने कहा, पता नहीं राज्य या केंद्र में लोकतंत्र है या नहीं
मैंगलोर पुलिस आयुक्त ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मंगलुरु को उनकी मंगलुरु यात्रा को लेकर नोटिस जारी किया था। जिसमें सीएए विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर कहा गया था कि ‘शहर में उनके प्रवेश से कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है।’
जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा है कि नोटिस के अनुसार, मैं ट्रेन, बस या कार से मंगलुरु नहीं जा सकता। मुझे नहीं पता कि राज्य में या केंद्र में लोकतंत्र है या नहीं। अगर स्थिति उनके लिए अनुकूल है, तो मेरे लिए क्यों नहीं। हम लोगों को भड़काने नहीं जा रहे हैं। हमें उनसे (सरकार) कानून और व्यवस्था के बारे में सबक सीखने की ज़रूरत नहीं है।
कर्नाटक : 8 मामले दर्ज, शाम को धारा 144 को लेकर होगा स्थिति का अध्ययन
बेंगलुरू शहर के पुलिस आयुक्त भास्कर राव ने नागरिकता अधिनियम विरोध प्रदर्शनों को लेकर बताया कि, इस दौरान एसजे पार्क पुलिस स्टेशन और उल्सूर गेट पुलिस स्टेशन में 8 मामले दर्ज किए गए।
बेंगलुरु में धारा 144 लागू किए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि, अभी इसे बढ़ाने की हमारी कोई योजना नहीं है। लेकिन हम शाम को स्थिति का अध्ययन करेंगे। ये ऐसी चीजें हैं, जहां हमें तत्काल फैसले लेने की जरूरत है।
भारतीय रेलवे : विरोध प्रदर्शनों में हिंसा के दौरान भारतीय रेलवे की 88 करोड़ रुपए की संपत्ति क्षतिग्रस्त
भारतीय रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार संशोधित नागरिकता अधिनियम 2019 के विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा में 88 करोड़ रुपये की रेलवे संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है। पूर्वी रेलवे ज़ोन में करीब 72 करोड़ रुपये की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई है। दक्षिण पूर्व रेलवे ज़ोन में 13 करोड़ रुपये की संपत्ति और नॉर्थईस्ट फ्रंटियर ज़ोन में 3 करोड़ रुपये की संपत्ति क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
तमिलनाडु : वामपंथी संगठनों का विरोध प्रदर्शन
तमिलनाडु में एमजीआर चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन के बाहर वामपंथी संगठनों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध प्रदर्शन किया।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को भी तोड़ दिया।
उत्तर प्रदेश : सीएए पर लोगों का भ्रम दूर करने के लिए सीएम योगी के मंत्री मोर्चे पर
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर पूरे प्रदेश में मचे घमासान के बीच भ्रम और अफवाहों को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों को मोर्चे पर लगाया है। मुख्यमंत्री योगी ने मंत्रियों को क्षेत्रों के दौरे और नोडल जिले में भ्रमण के दौरान लोगों को सीएए के विभिन्न पहलुओं को प्रमुख रूप से बताने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा, “विपक्ष बदले की राजनीति कर रहा है, अफवाह फैला रहा है, जिससे राज्य का माहौल खराब हो रहा है। सभी मंत्रियों को इससे चौकन्ना रहना होगा व वे जिस जिले के प्रभारी हैं वहां पर लोगों को जागरूक करना होगा। वे जिले में जाएं और वहां लोगों से मिलें, पार्टी के प्रमुख लोगों से नियमित संवाद करें, सादगी और सतर्कता बनाए रखें।”
योगी ने कहा कि ‘हमारे सामने चुनौतियां बड़ी हैं इसलिए भ्रमण और मीटिंग के दौरान सतर्कता बहुत जरूरी है।’ मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ लोग इस कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं और लोगों को भड़का रहे हैं इसलिए मंत्री होने के नाते जिलों में दौरों पर इस मुद्दे पर सही तथ्य जनता को बताएं। अधिकारियों को भी लोगों को समझाने की जिम्मेदारी सौपें।”
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ भड़की हिंसा में कई लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं।
पश्चिम बंगाल : ममता बनर्जी पाकिस्तान की भाषा बोल रही हैं
पश्चिम बंगाल के भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया।
बिहार : वीआईपी कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़े
बिहार में वीआईपी (विकसील इन्सान पार्टी) पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बैरिकेड तोड़ दिए।
असम : हिंसा के कृत्यों की जांच के लिए एसआईटी का गठन
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा के कृत्यों की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है, और जो लोग हिंसा में शामिल थे। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
बिहार : सीएए विरोध में राजद का बिहार बंद, तेजस्वी यादव सड़क पर उतरे
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बिहार बंद को लेकर शनिवार सुबह से ही बंद समर्थक सड़कों पर उतर आए, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। पटना सहित कई स्थानों पर रेल मार्ग अवरुद्ध किया गया तो कई इलाकों में सड़क जाम कर सड़कों पर आगजनी की गई, जिससे आने-जाने वालों को परेशानी का समाना करना पड़ा। इस बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव सहित कई प्रमुख नेता भी सड़क पर उतरे।
राजधानी पटना की सड़कों पर शनिवार को राजद कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन में पार्टी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी शामिल हुए। डाकबंगला चौराहे पर तेजस्वी के साथ पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता थे और वे सीएए के खिलाफ नारे लगा रहे थे। तेजस्वी ने इस दौरान कहा कि सीएए जैसे कानून के विरोध में आज पूरा देश जेल रहा है। उन्होंने सीएए के बहाने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा।
बंद को महागठबंधन में शामिल कांग्रेस, रालोसपा, वीआईपी और हम ने समर्थन दिया है।
सीएए के विरोध में राजद के बिहार बंद को लेकर सुबह राजधानी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल में ट्रेन रोक कर रेल सेवा बाधित की गई। राजधानी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) व अन्य सहयोगी दलों के सदस्य सुबह पहुंचे और रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया। पटना बस अड्डे पर राजद कार्यकर्ताओं ने खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की।
औरंगाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 2 को बंद समर्थकों ने जाम कर दिया, जिससे वाहनों की लंबी कतार लग गई। इसके अलावा पटना, अररिया, आरा, भागलपुर, समस्तीपुर, वैशाली में भी लोग सड़कों पर उतरे और सड़क पर आगजनी की गई। इस दौरान बंद समर्थकों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
हाजीपुर, पूर्णिया में भी बंद समर्थक सड़कों पर उतरे और कई क्षेत्रों में सड़कें जाम की। इस बीच बंद के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
इससे पहले शुक्रवार देर शाम राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बंद की सफलता के लिए राजधानी पटना समेत बिहार के कई इलाकों में मशाल जुलूस निकाला, जिसमें पार्टी नेता तेजस्वी यादव समेत कई प्रमुख नेता भी शामिल हुए। नवादा जिला में राजद कार्यकर्ताओं ने पटना-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग पर सद्भावना चौक के पास आगजनी की और रास्ता जाम कर दिया।
इधर, पटना की सड़कों पर रालोसपा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी सड़क पर उतरे। उन्होंने सीएए का समर्थन और एनआरसी का विरोध करने पर नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि उनपर अब लोगों का विश्वास समाप्त हो गया है।
इस दौरान राजधानी पटना सहित राज्य में पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सड़कों पर भारी पुलिसबल तैनात है।
#WATCH RJD workers vandalise auto rickshaws in Bhagalpur during 'bandh' called by the party against Citizenship Act and National Register of Citizens. #Bihar pic.twitter.com/d2sbDcdlA2
— ANI (@ANI) December 21, 2019
राजद कार्यकर्ताओं ने भागलपुर में ‘नागरिकता’ अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के खिलाफ पार्टी द्वारा बुलाए गए ‘बंद’ के दौरान ऑटो रिक्शा के साथ तोड़फोड़ की।
मुकेश भट्ट: युवा सड़कों पर हैं, तो गौर और चर्चा करने की आवश्यकता
बॉलीवुड निर्माता मुकेश भट्ट ने कहा कि वह नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के लागू होने को लेकर काफी निराश हैं। उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर देशभर में हो रहे प्रदर्शनों को सरकार को गंभीरता से लेने की जरूरत है। भट्ट ने कहा, “मैं व्यक्तिगत तौर पर सीएए के लागू होने से निराश हूं। पूरा देश जल रहा है और रो रहा है और इसके बावजूद अगर आपको कुछ नजर नहीं आ रहा है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर पूरे देश में सीएए को लेकर विरोध हो रहा है और हमारे युवा छात्र इसके विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, तो हमें यह स्वीकार करना चाहिए कि इसमें कुछ जरूर गलत है।”
अमित खन्ना की किताब ‘वर्डस साउंड्स इमेजेस : अ हिस्ट्री ऑफ मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इन इंडिया’ की लॉन्चिग के दौरान भट्ट ने आगे कहा, “आप (सरकार) कहेंगे कि युवा अनावश्यक चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, लेकिन ये सिर्फ आपकी शांति को लेकर कहने के लिए ठीक है। मुझे महसूस हुआ है कि कुछ गलत हो रहा है और हम उसे सही करेंगे। हमें नहीं पता कि इस मुद्दे का उचित समाधान क्या है, क्योंकि हमें बस यह पता है कि लोगों का मनोरंजन कैसे किया जाता है। मैं हिंसक प्रदर्शन के खिलाफ हूं, लेकिन सरकार को इन प्रदर्शनों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।”
केरल : छात्रों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान रोकी इसरो की बसें
केरल के त्रिवेंद्रम में छात्र संघ (केएसयू) के सदस्यों ने संशोधित नागरिकता अधिनियम के खिलाफ, विरोध प्रदर्शन के दौरान शुक्रवार रात पेरोकोर्दा जंक्शन में इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) से संबंधित बसों को जाने से रोक दिया।