नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में वामपंथी दलों के बिहार बंद का जहां पूरे प्रदेश में असर देखा गया है, वहीं कई स्थानों पर अनूठा विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला है। बंद का समर्थन कर रहे जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद पप्पू यादव इस दौरान बेड़ियां पहनकर सड़क पर उतरे और उन्होंने आजादी मांगी। वहीं महात्मा गांधी सेतु पर प्रदर्शनकारियों ने डीजे में भोजपुरी गाने पर साड़ी पहनकर नृत्य किया। इस बीच राजेंद्र नगर टर्मिनल के पास कई बंद समर्थकों ने अद्र्घनग्न होकर प्रदर्शन किया। वामपंथी दलों के इस बंद का रालोसपा, जन अधिकार पार्टी, हम, वीआईपी ने समर्थन किया है।
पप्पू यादव बेड़ियां और हाथ में हथकड़िया पहनकर पटना के डाक बंगला चौराहा पहुंचे और उन्होंने इससे आजादी की मांग की। उन्होंने कहा, “नागरिकता संशोधन अधिनियम संविधान की आत्मा पर हमला है। इस अधिनियम से देश को बांटने का प्रयास किया गया है।” उन्होंने इस अधिनियम से आजादी की मांग की।
दूसरी ओर, पटना के महात्मा गांधी सेतु पर भी अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। एक ओर जहां बंद के कारण लोग परेशान थे, वहीं सेतु जाम करने के लिए बंद समर्थन नृत्य करते दिखे। कई बंद समर्थक साड़ियां पहनकर भोजपुरी गीत पर सड़कों पर नृत्य कर रहे थे। इस दौरान गई बंद समर्थक ताली बजाते रहे और झूमते रहे।
बिहार के अन्य हिस्सों में भी सुबह से ही बंद का खासा असर देखने को मिल रहा है। विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। पटना में ट्रेन को रोकने की कोशिश करने के दौरान विकासशील इंसान पार्टी के अयक्ष मुकेश सहनी को पुलिस ने हिरासत में लिया।