नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ राजघाट पर सोमवार को कांग्रेस द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन से पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने छात्रों और युवाओं से इसमें शामिल होने की अपील की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “छात्रों और युवाओं, सिर्फ भारत को महसूस करना ही पर्याप्त नहीं है। ऐसे समय में यह महत्वपूर्ण है कि आप भारत हैं और भारत को नफरत से नष्ट नहीं होने देंगे।”
Dear Students & Youth of 🇮🇳,
It’s not good enough just to feel 🇮🇳. At times like these it’s critical to show that you’re 🇮🇳 & won’t allow 🇮🇳 to be destroyed by hatred.
Join me today at 3 PM at Raj Ghat, to protest against the hate & violence unleashed on India by Modi-Shah.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 23, 2019
उन्होंने कहा, “मोदी-शाह द्वारा भारत में फैलाई गई घृणा और हिंसा के खिलाफ प्रदर्शन में आज अपराह्न तीन बजे राजघाट पर हमसे जुड़िए।”
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, “यह देश एक साझा रिश्ता है, साझा ख्वाब है। इस मिट्टी को हमने मेहनत के रंग से सींचा है। संविधान हमारी शक्ति है। देश को फूट डालो और राज करो की राजनीति से बचाना है।”
उन्होंने कहा, “आइए आज अपराह्न् तीन बजे से बापू की समाधि राजघाट पर मेरे साथ संविधान पाठ का हिस्सा बनिए।”
कांग्रेस ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ राजघाट पर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। राहुल ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए उनपर छात्रों और युवाओं का भविष्य नष्ट करने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस छात्रों और अन्य नागरिकों के समर्थन में आकर सरकार पर जनता की आवाज नहीं सुनने का आरोप लगाया था।
हालांकि सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में भाग नहीं लेने पर कांग्रेस की आलोचना भी हो रही है।
जामिया इस्लामिया में हिंसक प्रदर्शन होने के अगले दिन राहुल गांधी किसी आधिकारिक दौरे पर सियोल के लिए रवाना हो गए।
उनकी अनुपस्थिति में उनकी बहन ने कमान संभाली और मंगलवार को इंडिया गेट पर छात्रों पर पुलिस की बर्बरता के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन में हिस्सा लेते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।