नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित क्लॉक टॉवर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रही महिलाओं के खिलाफ मुकदमा करने पर सुन्नी धर्मगुरु और ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने उप्र पुलिस की कड़ी निंदा की है। सीएए के खिलाफ सैकड़ों महिला प्रदर्शकारी शुक्रवार दोपहर से प्रदर्शन कर रही हैं और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर पुलिस ने 200 नामजद और अज्ञात प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज किया है।
मंगलवार रात जारी एक वीडियो में मौलाना ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति के पास किसी भी मुद्दे पर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का अधिकार है।
उन्होंने कहा, “लखनऊ में ये महिलाएं हाड़ कंपाती सर्दी में प्रदर्शन कर रही हैं और जिस तरीके से इनके खिलाफ मुकदमें दर्ज किए गए, मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मैं क्लॉक टॉवर पर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को सलाम करता हूं। उनके नाम इतिहास में दर्ज किए जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को कानून के खिलाफ नहीं बताया जा सकता, जहां प्रदर्शन में देशभर के लोग भाग ले रहे हैं।
मौलाना ने कहा कि पुलिस कार्रवाई सही नहीं है, क्योंकि किसी महिला ने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया।
मौलाना खालिद राशिद फिरंगी महली ने पहली बार इस मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया है।