केरल के नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को कहा कि वह प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। केरल में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) 2019 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। खान को रविवार रात विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की युवा शाखा और छात्रों ने राज्य की राजधानी में उनके आधिकारिक निवास पर प्रदर्शन किया।
सोमवार सुबह जब वह पास के ही कोचीन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पहुंचे तो पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया। राज्यपाल ने राज्य के सभी कुलपतियों की बैठक भी बुलाई।
बाद में मीडिया से उन्होंने कहा कि लोगों का विरोध करना सामान्य बात है।
खान ने कहा, “मैं प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत के लिए भी तैयार हूं। वे व्यक्तिगत रूप से या समूहों में राजभवन आ सकते हैं। मैं उनसे मिलने के लिए तैयार हूं।”
भाजपा और उसके संगठनों को छोड़कर अन्य सभी राजनीतिक दलों ने सीएए का विरोध किया है और काफी जगहों पर तो नेता से लेकर छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। राज्य में कई स्थानों पर ट्रेनों को रोक दिया गया।
केरल की 3.3 करोड़ आबादी में से मुसलमानों की संख्या लगभग 20 फीसदी और ईसाइयों की संख्या 18 फीसदी है।