उत्तर प्रदेश में नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में 12 लोगों की मौत के बाद प्रारंभिक जांच से पता चला है कि बड़े पैमाने पर हुई हिंसा का तार पश्चिम बंगाल से जुड़ा है। लखनऊ में गुरुवार को हुई हिंसा व आगजनी में राज्य की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले कोलकाता के कम से कम छह लोग शामिल थे। लखनऊ पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने कहा कि जब हजरतगंज इलाके में घटनास्थल से बरामद 11 मोबाइल फोन की जांच की गई तो फोन की टेक्स्ट लिस्ट बांग्ला भाषा में मिली।
पुलिस कई युवाओं से पूछताछ कर रही है, जो मूल रूप से पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के हैं। पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने बाद में कहा कि लखनऊ में बाहरी लोग हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। उन्होंने कहा कि पुलिस बाहरी लोगों के शामिल होने और इस हिंसा के पहले से ही निर्धारित होने के एंगल से जांच कर रही है।
इस बीच शनिवार को रामपुर में बड़े पैमाने पर हिंसा की सूचना मिली, जहां प्रदर्शनकारियों ने पथराव का सहारा लिया। यहां हिंसा व आगजनी में शामिल उन्मादी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल का प्रयोग किया गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए।
रामपुर पुलिस की लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) की एक रिपोर्ट कहती है कि स्थानीय मुस्लिम मौलवियों द्वारा ईदगाह और ब्लॉक कार्यालयों के पास विरोध प्रदर्शन करने के लिए आह्रान किया गया था। इसके बाद कई स्थानों पर बड़ी भीड़ एकत्र हुई और बाद में हिंसा में लिप्त हो गई।
मेरठ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने आईएएनएस को बताया, “पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, मेरठ और बुलंदशहर में 250 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। हम अब दंगाइयों की पहचान कर रहे हैं, जिन्होंने आगजनी या संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। उनकी तस्वीरें प्रदर्शित की जा रही हैं। पुलिस ने दंगाइयों से खासकर मुजफ्फरनगर में आग्नेयास्त्र भी बरामद किए हैं। मौके से दर्जनभर जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए हैं।”
उप्र में शुक्रवार को कई स्थानों पर सीएए के विरोध में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मेरठ और संभल में पथराव और आगजनी की।
विरोध के मद्देनजर एहतियात के तौर पर अलीगढ़, मऊ, आजमगढ़, लखनऊ, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, संभल और इलाहाबाद में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।