जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अन्य शिक्षण संस्थानों में रविवार को कथित पुलिस कार्रवाई पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को भाजपा पर हमला किया है। उन्होंने ट्वीट किया, “देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकर कायर है।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, “(भाजपा) जनता की आवाज से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, ये दबेंगे नहीं, इनकी आवाज आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।”
जनता की आवाज़ से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं, इसकी आवाज़ आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 15, 2019
कई मुद्दों पर पार्टी से अलग रुख रख चुके जनता दल (यूनाइटेड) के नेता प्रशांत किशोर ने भी केंद्र पर हमला किया।
उन्होंने अब वायरल हो चुके एक वीडियो को पोस्ट किया, जिसमें लड़कियों का एक समूह कथित उपद्रवियों को बचाता दिख रहा है। पुलिस उन उपद्रवियों को अपने कब्जे में लेना चाहती थी।
किशोर ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, “कथित कानून तोड़ने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के अहिंसक, बहादुरी भरे और पेशेवराना रवैये को देखिए।”
https://twitter.com/PrashantKishor/status/1206417385734823936
रविवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), 2019 के विरोध में लगभग 1,000 लोगों ने प्रदर्शन किया, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस और छात्रों के बीच टकराव हो गया।