नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई के बीच कांग्रेस ने राष्ट्रीय राजधानी में इंटरनेट सेवा बंद करने के फैसले की निदा की है। कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा, “सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करना हर नागरिक का लोकतांत्रिक अधिकार है। धारा 144 लगाना और इंटरनेट बंद करना सरकार द्वारा नागरिकों की आवाज बंद करना क्रूर प्रयास है, जो भारत के लोगों की आवाज से डरी हुई है। भाजपा को शर्म आनी चाहिए।”
कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध किया था और अब सीएए का विरोध कर रही है। गुरुवार को पुलिस ने कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित को मंडी हाउस पर हिरासत में ले लिया। उन्होंने कहा कि वह फिर से प्रदर्शन के लिए आएंगे।
संदीप दीक्षित ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “पुलिस केंद्र सरकार के निर्देश पर कार्य कर रही है और सरकार अंसतोष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है, लेकिन सरकार इसमें विफल रही है, क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग सड़कों पर इसके विरोध के लिए आ रहे हैं। सीएए विभाजनकारी और जन विरोधी है।”