Sun. Nov 17th, 2024

    सीएए को लेकर राजधानी दिल्ली के साथ-साथ देशभर में कई जगह शुक्रवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। उत्तर प्रदेश में गुरुवार को संभल, लखनऊ व कई अन्य जगहों पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। जिसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक संपत्ति के साथ तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुई थीं।

    देशभर में गुरुवार को विरोध प्रदर्शनों के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई थी। लखनऊ में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हुई थी। साथ ही मंगलुरु में पुलिस द्वारा गोलीबारी किए जाने के दौरान दो लोगों की जान गई थी। मुंबई के अग्स्त क्रांती मैदान पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया था। देशभर में सीएए विरोध को लेकर शुक्रवार को यह घटनाक्रम रहा।

    कर्नाटक : बेंगलुरु में पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रगान गाकर जीता दिल

    देशभर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ हो रहे हिंसक प्रदर्शन के बीच बेंगलुरू में एक आईपीएस रैंक के पुलिस अधिकारी ने राष्ट्रगान गाकर प्रदर्शनकारियों का दिल जीत लिया, जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक वहां से लौट गए। यहां सिटी सेंटर के टाउन हॉल में गुरुवार को लोग प्रदर्शन कर रहे थे। उन्हें समझाने के लिए पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल) चेतन सिंह राठौड़ पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा, “अगर आपको मुझ पर और जो मैं कह रहा हूं, उस पर विश्वास है तो आप सभी मेरे साथ एक गीत गाएं।”

    इसके बाद उन्होंने राष्ट्रगान जन गण मन गाना शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारी भी उनके साथ गाने लगे। राठौड़ ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि उन्होंने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत प्रतिबंध लगाए गए क्षेत्र से प्रदर्शनकारियों को हटने के लिए किस तरह राजी किया। राठौड़ ने बताया कि प्रदर्शन स्थल पर एकत्रित हुए अधिकांश लोगों को नियंत्रित करने के लिए कोई भी नेता नहीं था और वह सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदर्शन करने पहुंचे थे।

    शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो क्लिप में राठौड़ प्रदर्शनकारियों को असामाजिक तत्वों से सावधान रहने के लिए कहते हुए दिखाई दिए। राठौड़ की बेहतर सलाह पर भरोसा करते हुए कई प्रदर्शनकारियों ने न केवल उनकी सराहना की, बल्कि बात भी मान ली।

    प्रदर्शनकारी राठौड़ के साथ राष्ट्र गान गाते नजर आए। इस दौरान कुछ लोग तालियां व सीटी बजाते देखे गए और उन्होंने पूरे जोश के साथ राष्ट्र गान भी गाया। प्रदर्शनकारियों ने बाद में जय हिंद के नारे लगाए और वहां से हट गए। राठौड़ द्वारा बिना किसी बल प्रयोग के प्रदर्शनकारियों को हटा दिया गया, जिसकी सोशल मीडिया पर भी काफी सराहना की जा रही है।

    राज्य सरकारें सीएए विरोधी प्रदर्शनकारियों पर करें कड़ी कार्रवाई : स्मृति ईरानी

    केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया कि वे सीएए को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। ईरानी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरी सभी राज्य सरकारों से अपील है कि वे वर्तमान में हिंसक तत्वों का समर्थन कर रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।” उन्होंने आगे कहा, “मैं सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध करती हूं कि वे किसी के भी राजनीतिक एजेंडे का शिकार न हों।”

    नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर भाजपा का बचाव करते हुए ईरानी ने कहा, “नागरिकता संशोधन कानून किसी भी भारतीय नागरिक की नागरिकता को न छीन रहा है, न ही प्रभावित कर रहा है। मैं दोहराती हूं कि भारतीय संसद ने संविधान के दायरे में भारतीय नागरिकों के अधिकारों को मजबूत किया है और राजग सरकार और भाजपा इस देश के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।”

    उत्तर प्रदेश : कई जिलों में फैला सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शन, एक व्यक्ति की मौत

    नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में बवाल हुआ। अपुष्ट खबरों के मुताबिक, फिरोजाबाद में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई है, जबकि दो-तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।

    पुलिस की सक्रियता के बावजूद फिरोजाबाद के साथ ही गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बहराइच, मुजफ्फरनगर, कानपुर, उन्नाव, भदोही में भीड़ ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया। कानपुर में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।

    वहीं बहराइच के घंटा घर चौक में कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया। इस दौरान लोगों ने नारेबाजी की। पुलिस ने जब उन्हें रोकने का प्रयास किया तो मौजूद कुछ उपद्रवियों ने उन पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठी भांजी है। मौके पर डीएम, एसपी मौजूद हैं।

    इसके अलावा अमरोहा में भी पथराव हुआ है। बुलंदशहर में लोगों ने पुलिस पर पथराव कर तोड़फोड़ की।

    उन्नाव व फरु खाबाद में भी उग्र विरोध प्रदर्शन की खबर है। उन्नाव में प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। इसके बाद पुलिस ने उनसे निपटने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। पूरे शहर में पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात हैं।

    बिजनौर और भदोही में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया है। फिलहाल, सभी जगह स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन तनाव बरकरार है।

    उत्तर प्रदेश : बुलंदशहर में मोबाइल इंटरनेट और ब्रॉडबैंड सेवाएं निलंबित

    बुलंदशहर के जिलाधिकारी, रवींद्र कुमार ने बताया है कि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं और ब्रॉडबैंड सेवाओं को जिले में आज अपराह्न तीन बजे से निलंबित कर दिया गया है। इन्हें अलगे नोटिस तक बंद ही रखा जाएगा।

    महाराष्ट्र : पुणे और नागपुर में संशोधित नागरिकता अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

    पुणे विरोध प्रदर्शन

    नागपुर विरोध प्रदर्शन

    मध्य प्रदेश : कई जगह हुए सीएए-एनआरसी विरोध प्रदर्शन, 44 जिलों में निषेधाज्ञा लागू

    मध्य प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन का दौर जारी है। शुक्रवार को राजधानी और उज्जैन में लोगों ने जहां सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया, वहीं जबलपुर में पुलिस को आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े। यहां पथराव में कई लोगों के घायल होने की खबर है। राजधानी में कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बाधित की गई। राज्य के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं भोपाल सहित राज्य के 44 जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

    राजधानी में बीते तीन दिनों से अलग-अलग संगठनों के बैनर तले नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। शुक्रवार को भी इकबाल मैदान में बड़ी संख्या में लोग जमा होने वाले थे, मगर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को मैदान की तरफ पहुंचने से रोक दियाा। सड़क पर बड़ी संख्या में लोगों के जमा होने से आवागमन बाधित रहा। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। प्रदर्शन के दौरान राजधानी में कई स्थानों पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई।

    जिलाधिकारी तरुण पिथोड़े ने संवाददाताओं से कहा, “जिले में निषेधाज्ञा लागू है और लोगों को विरोध प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। कुछ देर के लिए इंटरनेट सेवा बंद की गई थी।”

    जबलपुर में भी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे। यहां मदार टेकरी इलाके में प्रदर्शनकारी और पुलिस आमने-सामने हो गए। भीड़ ने पथराव किया, जिसमें पुलिस जवान सहित कई लोग घायल हुए हैं। वहीं पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े।

    राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने जबलपुर के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा, “सीएए और एनआरसी का पूरे देश में विरोध हो रहा है। जबलपुर शांति और सौहाद्र्र का प्रतीक है। हर नागरिक के साथ हम सब खड़े हैं। कमलनाथ सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी। फिर न्यायालय तो सबकी सुरक्षा के लिए है ही।”

    भोपाल सहित राज्य के 44 जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस बल की तैनाती की गई है। राज्य के प्रमुख शहरों भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, नीमच, झाबुआ आदि स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। उज्जैन में भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे। उनके हाथ में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ नारे लिखी तख्तियां थीं।

    इसी तरह शिवपुरी जिले में भी निषेधाज्ञा लागू है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।

    उत्तर प्रदेश : जुमे की नमाज के बाद कई शहरों में बवाल

    नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर शुक्रवार को कई जिलों में बवाल हो गया है। पुलिस की तमाम सक्रियता के बावजूद फिरोजाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, गोरखपुर में भीड़ ने माहौल खराब किया। यहां पर लोगों ने पुलिस पर पथराव किए। पुलिस ने हालात को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज किया।

    फिलहाल, सभी जगह हालात नियंत्रण में है, लेकिन माहौल तनावपूर्ण है। फिरोजाबाद में नमाज के बाद लौट रहे लोगों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी व कई वाहनों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया और फिर भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, बचाव में पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

    इसके अलावा शहर के रसूलपुर क्षेत्र में भी लोगों ने माहौल खराब करने का प्रयास किया। मेरठ कोतवाली के सामने लोगों ने तोड़फोड़ की। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।

    मुजफ्फरनगर जिले में भी लोगों ने प्रदर्शन किए। बिजनौर में एक जगह एकत्रित होकर लोगों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। गोरखपुर में भी लोगों ने माहौल खराब करने का प्रयास किया। पुलिस पर पत्थर बरसाए, पुलिस ने भीड़ खदेड़ने के लिए लाठी चार्ज किया।

    लखनऊ में माहौल फिलहाल शांत है। पुलिस, प्रशासन यहां पर अलर्ट है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अधिकारियों के साथ पैदल गश्त किया। यहां पर पुलिस आरएएफ और पीएसी को हर स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में तैनात किया गया है।

    कर्नाटक : हिंसा प्रभावित मंगलुरु में शांति लेकिन तनाव बरकरार

    कर्नाटक के पश्चिम तटवर्ती क्षेत्र मंगलुरू बंदरगाह शहर में हिंसा के बाद शांति बनी हुई है, लेकिन कर्फ्यू की वजह से तनाव बरकरार है। यहां नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एक दिन पहले पुलिस फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई थी।

    मंगलुरू के पुलिस अधिकारी गुरु कामत ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा, “शहर भर में स्थिति काबू में हैं, हालांकि कर्फ्यू के कारण तनावपूर्ण बनी हुई है। शांति व कानून व व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए कर्फ्यू को रविवार तक बढ़ा दिया गया है।” दक्षिणी राज्य में मंगलुरू, बेंगलुरू से करीब 350 किमी दक्षिणपश्चिम में है।

    कामत ने कहा, “शहर में कर्फ्यू को देखते हुए स्कूल व कॉलेज शनिवार तक बंद हैं, क्योंकि सरकारी व निजी बसें व ऑटो रिक्शा नहीं चल रहे हैं। वाहनों की स्वतंत्र आवाजाही पर रोक है, खास तौर से शहर के उत्तरी व मध्य हिस्सों के हिंसा प्रभावित इलाकों में।”

    पड़ोसी जिलों से अतिरिक्त पुलिस बलों को बंदरगाह शहर में कड़ी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात किया गया है और असामाजिक तत्वों व अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ चौकसी बढ़ा दी गई है। कामत ने जोर देकर कहा, “हमने गुरुवार शाम से कथित तौर पर दंगा, पुलिस कर्मियों व अधिकारियों पर हिंसक हमल व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बहुत से लोगों को गिरफ्तार किया है।”

    इंटरनेट डेटा सर्विसेज को मोबाइल उपकरणों पर मध्य रात्रि से दो दिनों के लिए शहर व दक्षिण कन्नड़ जिले में रोक लगाई गई है। ऐसा अफवाहों को फैसले से रोकने के लिए किया गया है। शहर व जिले में कर्फ्यू की तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए सरकारी राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज और विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के शुक्रवार व शनिवार को होने वाली सभी परीक्षाओं को टाला गया है।

    उत्तर प्रदेश : गोरखपुर में सीएए विरोध को लेकर हिंसा

    सीएम योगी के क्षेत्र गोरखपुर में सीएए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप धारण कर लिया है। पुलिस व प्रदर्शनकारियों ने जमकर एक दूसर पर पत्थरबाजी की।

    उत्तर प्रदेश : सीएए हिंसक विरोध प्रदर्शन में 3000 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार, इंटरनेट सेवा बंद

    उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लखनऊ के 350 लोगों सहित लगभग 3000 प्रदर्शनकारियों को गुरुवार रात तक गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को दी। वहीं राज्यभर में सुरक्षा-व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है, जबकि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ 19 प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 17 लोग शामिल हैं।

    पुलिस ने आगे बताया कि गुरुवार शाम तक राज्यभर में 3,036 फेसबुक पोस्ट, 1786 ट्विटर पोस्ट और 38 यूट्यूब पोस्ट (जिसमें हिंसक दृश्य शामिल हैं) को डिलिट किया है। लखनऊ और संभल में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ गुरुवार को हो रहे प्रदर्शन के हिंसात्मक हो जाने के बाद यह कार्रवाई की गई। हिसा में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक व निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया है।

    राज्य की राजधानी सहित 15 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है, वहीं शुक्रवार की नमाज को देखते हुए अलीगढ़ में अलर्ट जारी किया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि सेवा 21 दिसंबर को मध्यरात्रि तक बंद रहेगी। सरकार के निर्देश के बाद सभी निजी टेलीकॉम ऑपरेटर्स ने भी सेवा बंद कर दी है।

    एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गुरुवार रात को देखा गया कि दिन में हुए हिंसक प्रदर्शन को सोशल मीडिया पर लाइव किया जा रहा था, जिससे माहौल और खराब हो रहा था। लखनऊ के एक निजी टेलीकॉम मैनेजर ने कहा, “इंटरनेट के अलावा एसएमएस और मैसेंजर सेवा भी अवरुद्ध कर दी गई है। हम अपने ग्राहकों को इस बारे में सूचित कर रहे हैं।”

    सीएए पर जनमत संग्रह को लेकर प्रकाश जावड़ेकर ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

    केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला और उनके उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने सीएए पर संयुक्त राष्ट्र से जनमत संग्रह कराने की बात कही थी। जावड़ेकर ने यहां आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ताज्जुब होता है ममता बनर्जी पर। वह रिफरेंडम की बात कर रही हैं। यह 130 करोड़ जनता और देश का अपमान है। संसद का अपमान है। हम उनके बयान की निंदा करते हैं। उनको देश से माफी मांगनी चाहिए।”

    गौरतलब है कि गुरुवार को ममता बनर्जी ने नागरिकता कानून के विरोध में कोलकाता में आयोजित एक रैली में केंद्र को आगाह किया था कि वह इस कानून पर संयुक्त राष्ट्र से जनमत संग्रह कराए।

    जावड़ेकर ने इसके साथ ही लोगों से अपील की कि वे सीएए को लेकर गुमराह न हों और हिंसा न करें। जावड़ेकर ने कहा, “नागरिकता सशोधन कानून पर कुछ लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं। विषय एकदम सीधा है। यह पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना झेलकर आए लोगों के लिए है, घुसपैठियों के लिए नहीं है। ऐसा ही कानून 2003 में हुआ था। मनमोहन सिंह के समय यह कानून 2004 और 2005 में भी चालू रहा। यह पहली बार नहीं आया है।”

    उत्तर प्रदेश : संभल हिंसा में सपा सांसद समेज 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

    नागरिकता (संशोधन) कानून के विरोध में गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के विरोध प्रदर्शन में भीड़ के हिंसक होने के मामले में संभल से सपा सांसद शफीकुर रहमान बर्क समेत 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। संभल के एसपी यमुना प्रसाद ने बताया, “सपा सांसद के अलावा सपा के जिलाध्यक्ष फिरोज खान, नगर पालिका अध्यक्ष के पति हाजी शकील समेत 17 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।” फिरोज खान को आजम खान का बेहद करीबी माना जाता है।

    अब तक संभल में दर्ज मामलों में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अब भी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। उधर संभल के सांसद शफीकुर रहमान ने कहा, “गुरुवार को हुए प्रदर्शन में हमारे खिलाफ पुलिस ने बेवजह केस दर्ज किया है। वह बिल्कुल झूठा मामला है। हमारा किसी भी प्रदर्शन से कोई ताल्लुक नहीं है।”

    ज्ञात हो कि गुरुवार को नागरिकता (संशोधन) कानून को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन में लखनऊ और संभल में उग्र प्रदर्शन के बाद उप्र. पुलिस तेज कार्रवाई कर रही है। लखनऊ में 112 लोगों को हिरासत में लिया गया है, नौ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है और सोशल मीडिया पर भी पुलिस अभियान चला रही है।

    पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, प्रदेश में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर 13 लोगों पर अभियोजन पंजीकृत किया गया है और इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 1786 ट्विटर पोस्टों, 30-37 फेसबुक और 38 यूट्यूब पोस्टों की रिपोर्ट पर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

    गुजरात : बनासकांठा में हिंसक विरोध प्रदर्शन के लिए 3022 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

    गुजरात के बनासकांठा में गुरुवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान कई  प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस जीप पर हमला किया। मामले में 3022 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिनमें से 22 लोगों की पहचान कर ली गई है।

    हैदराबाद : एआईएमआईएम मुख्य कार्यालय में सीएए को लेकर यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी की बैठक

    हैदराबाद में संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के हेड ऑफिस में यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी की मीटिंग हुई। बैठक के दौरान एआईएमआईएम सांसकद असदुद्दीन ओवैसी भी मौजूद रहे।

    इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, हमें इस एक्ट का पुरजोर विरोध करना है। लेकिन यह पूरी तरह शांतीपूर्ण और पुलिस से अनुमति लेने के बाद ही होना चाहिए। जैसा कि आप जानते हैं कि लखनऊ और दिल्ली में पुलिस ने हिंसा और बर्बरता दिखाई। मंगलुरु में भी दो मुसलमानों की मौत हो गई। इसलिए अगर हिंसा होती है तो हम इसकी निंदा करेंगे और खुद को इससे अलग कर लेंगे।

    मायावती : हम सीएए के खिलाफ हैं, लेकिन अन्य पार्टियों की तरह में हिंसा में विश्वास नहीं रखते

    बसपा प्रमुख मायावती ने कहा है कि हमनें हमेशा नागरिकता संशोधन अधिनियम का विरोध किया है। हम शुरूआत से ही इसके खिलाफ हैं। लेकिन हम अन्य दलों की तरह हम सार्वजनिक संपत्ति के विनाश और हिंसा में विश्वास नहीं रखते।

    उत्तर प्रदेश :कई शहरों में इंटरनेट सेवा बंद

    लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। जिन शहरों में पूरी तरह से इंटरनेट बंद हैं, उनमें लखनऊ, बरेली, अलीगढ़, गाजियाबाद, प्रयागराज, संभल, मेरठ, मऊ और कानपुर शामिल हैं। गुरुवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध के बाद लखनऊ और संभल में हिंसा भड़क उठीऔर सार्वजनिक और निजी संपत्ति के बड़े पैमाने पर विनाश का कारण बना।

    अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा कि 21 दिसंबर की मध्यरात्रि तक बंद रहना जारी रहेगा। सभी निजी दूरसंचार ऑपरेटरों ने भी सरकारी आदेश के बाद अपनी सेवा बंद कर दी है। ऐसा कई शहरों में शुक्रवार की नमाज के बाद किए गए विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर किया गया है।

    पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, गुरुवार देर रात यह पाया गया कि गुरुवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन को सोशल मीडिया पर लाइव स्ट्रीम किया जा रहा था, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। लखनऊ में एक निजी दूरसंचार कंपनी के प्रबंधक ने कहा, “इंटरनेट के अलावा, एसएमएस और मैसेंजर सेवाएं भी अवरुद्ध हो गई हैं। हम अपने ग्राहकों को इस बारे में सूचित करने की कोशिश कर रहे हैं।”

    गुजरात : अहमदाबाद में हिंसक विरोध प्रदर्शन के मामले में कांग्रेस पार्षद समेत 49 लोग गिरफ्तार

    अहमदाबाद में नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में हिंसक प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने 49 लोगों को हिरासत में लिया था। हिरासत में लिए गए लोगों में कांग्रेस के पार्षद शहजाद खान भी शामिल हैं।

    असम में बहाल की गई मोबाइल इंटरनेट सेवा

    असम के कई हिस्सों में 11 दिसंबर को नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। जिनके मद्देनजर राज्य में इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था। जिन्हें शुक्रवार को प्रदेश भर में बहाल कर दिया गया है।

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