नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)| दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा को भाजपा के शिक्षा मॉडल के तहत चल रहे दस सरकारी स्कूलों की तुलना केजरीवाल सरकार के स्कूलों से करने की चुनौती दी। सिसोदिया ने कहा, “मैं नड्डा को चुनौती देता हूं कि वह भाजपा शिक्षा मॉडल के तहत काम कर रहे दस सरकारी स्कूलों की तुलना केजरीवाल के शिक्षा मॉडल से करें।”
उनका यह बयान नड्डा के इस बयान के एक दिन बाद आया है कि दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) हंसी का पात्र बन कर रह गई है।
सिसोदिया ने कहा, “नड्डा ने कहा कि आप हंसी का पात्र बन कर रह गई है। भाजपा का यह कार्यकारी अध्यक्ष एक तरह से दिल्ली के लोगों की खिल्ली उड़ा रहा है। वह कह रहे हैं कि दिल्ली के लोग हंसी के पात्र हैं।”
सिसोदिया ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कहा था कि निर्वाचित सरकारों का मजाक उड़ाना देश और जनादेश का मजाक उड़ाना है। उन्होंने कहा, “लगता है, नड्डा का नजरिया प्रधानमंत्री से अलग है।”
उन्होंने कहा कि कम से कम केजरीवाल शिक्षा मॉडल ‘हंसी’ तो पैदा कर रहा है, ‘भाजपा के सरकारी स्कूल तो आपको रुला देंगे।’
सिसोदिया ने एक ‘निर्वाचित सरकार का मजाक बनाने के लिए’ नड्डा की आलोचना करते हुए कहा, “आपकी पार्टी की अधिकांश राज्यों में सरकार है, कुछ जगहों पर तो दशकों से है। आइये, किसी भी राज्य में आपकी पार्टी ने शिक्षा के क्षेत्र में जो कुछ किया है, उसकी तुलना केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल से करें।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा पर बजट का 26 फीसदी खर्च करती है, क्या भाजपा की कोई भी सरकार इतना खर्च करती है? उन्होंने कहा कि भाजपा शासित राज्यों के शहर गुड़गांव, नोएडा, लोनी, गाजियाबाद से बच्चे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने आ रहे हैं क्योंकि भाजपा सरकारें अपने यहां के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने में असफल रही हैं।