भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) और भारतीय सेना ने मिलकर सियाचिन ग्लेशियर में पहला मोबाइल टावर स्थापित किया है। यह टावर 15,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा मोबाइल टावर है।
यह टावर सियाचिन ग्लेशियर में तैनात सैनिकों को मोबाइल कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इससे उन्हें अपने परिवारों और दोस्तों से संपर्क करने में आसानी होगी। इसके अलावा, यह टावर सैनिकों के लिए आपातकालीन स्थिति में संचार करने में भी मदद करेगा।
BSNL के एक अधिकारी ने बताया कि टावर को स्थापित करने में काफी चुनौतियां आईं। टावर को ग्लेशियर पर स्थापित करना, जो लगातार बदल रहा है, एक मुश्किल काम था। इसके अलावा, टावर को भारी बर्फबारी और अन्य मौसम की स्थिति से बचाने के लिए विशेष इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया गया है।
भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा कि टावर का स्थापित होना हमारे सैनिकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे उन्हें अपने परिवारों के साथ जुड़ने में मदद मिलेगी, जो उनके लिए बहुत जरूरी है।
इस टावर के स्थापित होने से सियाचिन ग्लेशियर में तैनात सैनिकों के जीवन में काफी सुधार होगा। इससे उनकी मनोबल और कार्यक्षमता में वृद्धि होगी।
BSNL की आधिकारिक X हैंडल ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी साझा किया , “#बीएसएनएल की अभूतपूर्व उपलब्धि! हमें दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर पर पहली बार बीटीएस की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है, जो 15,500 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात हमारे बहादुर सैनिकों के लिए महत्वपूर्ण मोबाइल संचार का विस्तार करेगा।”
#BSNL‘s groundbreaking achievement!
We’re proud to announce the first-ever BTS on the world’s highest battlefield, Siachen Glacier, extending vital mobile communication for our brave soldiers deployed at more than 15,500 feet.
🇮🇳 #SiachenGlacier #ConnectingHeroes #G20India pic.twitter.com/GDDKZ0Im0e
— BSNL India (@BSNLCorporate) October 12, 2023
केंद्रीय संचार राज्य मंत्री, देवुसिंह चौहान ने भी इस अविश्वसनीय विकास के बारे में X पर साझा किया। उन्होंने लिखा, “बीएसएनएल ने सियाचिन वॉरियर्स के साथ मिलकर सियाचिन ग्लेशियर में पहला मोबाइल टावर स्थापित किया है। अब हमारे हीरो अपनी सुविधानुसार अपने प्रियजनों से बात कर सकते हैं। @BSNLCorporate और #SiachenWarriors को बधाई।”
आनंद महिंद्रा ने यह भी साझा किया कि कैसे यह वास्तव में एक “बड़ी खबर” है। उन्होंने लिखा, हमारे जवान जो हमारी रक्षा के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र में हर दिन अपनी जान की बाजी लगाते हैं, वे अब अपने परिवारों से मजबूती से जुड़े हुए हैं। उनके लिए ये डिवाइस विक्रम लैंडर जितनी ही अहम है।