अब लोगों को अपनी मोबाइल सिम को आधार से लिंक कराने के लिए संबंधित रिटेलर्स के पास बार-बार भटकना नहीं पड़ेगा, क्योंकि सिम-आधार लिंक को पूरी से स्वचालित कर दिया गया है। आप को केवल दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (टीएसपी) की वेबसाइटों पर जाना होगा या फिर ओटीपी प्राप्त करने के लिए उनके फोन हेल्पलाइन पर कॉल करना होगा, इसके बाद आपका सिम एक दिंसबर तक आॅटोमेटिकली आधार सेवा से लिंक हो जाएगा।
सिम-आधार लिंक करने के इन दो तरीकों की मंजूरी भारत के विशिष्ट पहचान प्राधिकरण यानि यूआईडीएआई ने दे दी है। इससे पहले दूरसंचार विभाग ने प्रस्ताव जारी किया था कि कोई व्यक्ति ओटीपी के जरिए टेलिकॉम आपेरटर द्वारा जारी नंबर पर एसएमएस भेजकर सिम को आधार से लिंक करा सकता है, लेकिन यूआईडीएआई को यह तरीका “सुरक्षित” नहीं मिला।
दूरसंचार विभाग के अधिकारी ने ईटी को बताया कि टीएसपी की वेबसाइट पर लॉग इन करके या फिर फोन हेल्पलाइन को कॉल कर ओटीपी के जरिए सिम को आधार से आॅटोमेटिकली लिंक कराया जा सकता है। इन दोनों प्रक्रियाओं में से किसी भी एक विकल्प को चुनने के लिए आप के मोबाइल नंबर का आधार सेवा से पंजीकृत होना जरूरी है।
वेबपोर्टल पर लॉग इन करते ही सबसे पहले आप को मोबाइल नंबर एंटर करना होगा, जिससे कि टीएसपी आप के लिए एक ओटीपी क्रिएट करेगा। यह ओटीपी प्रमाणित करेगा कि आप का मोबाइल यूआईडीएआई के मुताबिक पूरी तरह से सही या फिर सत्यापित है कि नहीं।
आधार एक्ट के अनुसार, वेबसाइट पर स्वीकृति मैसेज के बाद ही संबंधित शख्स कॉन्सेंट बॉक्स में आधार संख्या एंटर कर सकेंगे।
यूआईडीएआई के जरिए टीएसपी जो ओटीपी क्रिएट करेगा वो पूरी तरह आधार से पंजीकृत होगा। जिससे कि सिम को दोबारा आधार से लिंक करते समय सत्यापित करने में आसानी होगी। यूआईडीएआई ने कहा है कि आधार संख्या की गोपनीयता टीएसपी सुनिश्चित करेगा।
ठीक उसी प्रकार यदि कोई व्यक्ति टीएसपी की आईवीआर हेल्पलाइन पर फोन कॉल करता है, तो आईवीआर संबंधित व्यक्ति की आधार संख्या को सत्यापित करने के पश्चात उसके आधार से पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजेगा। आप इस ओटीपी के जरिए आईवीएआर में एंटर कर सकेंगे। इसके के बाद आप का सिम—आधार से स्वत: लिंक हो जाएगा। यूआईडीएआई ने कहा है, “आईवीआर भाषा अंग्रेजी, हिंदी और संबंधित राज्यों / मंडलों की अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में होनी चाहिए।”