पाकिस्तान में अपनी दूसरी यात्रा के दौरान भारत के पंजाब सूबे के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू नए विवाद में फंसते दिखाई दे रहे हैं। पाकिस्तान के करतारपुर साहिब गलियारे के शिलान्यास समारोह के बाद मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू खालिस्तानी चरमपंथी गोपाल सिंह चावला के साथ तस्वीर खिंचा रहे थे, जिसे बाद में सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया था।
गोपाल सिंह चावला सिख खालिस्तान आन्दोलन का प्रमुख समर्थक है जो सिखों के लिए एक अलग मुल्क की माँग कर रहा है। हाल ही में लाहौर में स्थित सिख गुरुद्वारे में भारतीय दूतावास के अधिकारियों को प्रवेश करने से रोक दिया गया था। ट्विटर पर पाक सेना के प्रवक्ता ने कहा कि भारत की मीडिया का गोपाल चावला से मुलाकात का बवंडर बना रही है, सेनाध्यक्ष बिना पहचान के इस समारोह में उपस्थित सभी मेहमानों से मिले थे।
इसके आलावा पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जावेद कमर बाजवा ने खालिस्तान की मांग (भारत से अलग पंजाब) करने वाले नेता गोपाल सिंह चावला से हाथ मिलाया था। पाकिस्तान ने इस मुलाकात पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सेनाध्यक्ष खालिस्तानी नेता का स्वागत कर रहे थे।
नवजोत सिंह सिद्धू के साथ तस्वीर लेने के बाबत गोपाल सिंह चावला ने कहा कि इसमें क्या बड़ी बात है? उन्होंने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि इन सब मामलों में मुझे क्यों घसीटा जा रहा है, मेरा आतंक फ़ैलाने जैसा कोई मकसद नहीं है।
पाकिस्तानी अधिकारी ने बताया कि चावला पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी का वरिष्ठ नेता है और उसे सिख समुदाय से सम्बंधित सभी जलसों में आमंत्रित किया जाता है। कनाडा में खालिस्तानी समर्थक समूह सिख फॉर जस्टिस ने भारत से अलग सिखों के एक मुल्क के लिए 2020 जनमत संग्रह आन्लोदन का आगाज किया था।
एसएफजे को पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई का कथित समर्थक प्राप्त है। बीते अगस्त में ब्रिटेन में एक रैली का आयोजन कर एसएफजे ने ‘जनमत संग्रह 2020’ का ऐलान किया था। जनमतसंग्रह 2020 के तहत कई खालिस्तानी समर्थक समूहों का नेतृत्व एसएफजे कर रहा है, जो भारत से अलग सिखों के लिए एक राष्ट्र की मांग कर रहा है।
Indian media taking a myopic view is selectively showing Mr. Gopal Chawla meeting COAS. Army Chief met all guests at the venue irrespective of identity. A peace initiative should not be subjected to propaganda. @IndiaToday pic.twitter.com/NMkQ17PhKn
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) November 28, 2018
ट्विटर पर पाक सेना के प्रवक्ता ने कहा कि भारत की मीडिया का गोपाल चावला से मुलाकात का बवंडर बना रही है, सेनाध्यक्ष बिना पहचान के इस समारोह में उपस्थित सभी मेहमानों से मिले थे।
भारतीय अधिकारियों को लाहौर गुरुद्वारे में प्रवेश और भारतीय सिख श्रद्धालुओं से मिलने की अनुमति नहीं दी गयी थी। ख़बरों के मुताबिक खालिस्तान समर्थक गोपाल चावला जो अभी पाकिस्तान सिख प्रबंधक कमिटी का सचिव है, उसी ने भारतीय अधिकारियों को सिख श्रद्धालुओं से मिलने नहीं दिया था।