प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को एक सिख प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी की। यह कार्यक्रम 7 लोक कल्याण मार्ग में आयोजित किया गया और समूह में विभिन्न क्षेत्रों के लोग शामिल थे। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने सिख समुदाय के साथ अपने लंबे जुड़ाव को याद किया। प्रधानमंत्री ने कहा ‘गुरुद्वारों में जाना, सेवा में समय देना, लंगर पाना, सिख परिवारों के घरों पर रहना, ये मेरे जीवन का एक बहुत बड़ा स्वाभाविक हिस्सा रहा है। यहाँ प्रधानमंत्री आवास में भी समय-समय पर सिख संतों के चरण पड़ते रहते हैं और ये मेरा बड़ा सौभाग्य रहा है। उनकी संगत का सौभाग्य मुझे अक्सर मिलता रहता है।’
गुरुद्वारों में जाना, सेवा में समय देना, लंगर पाना, सिख परिवारों के घरों पर रहना, ये मेरे जीवन का हिस्सा रहा है।
यहाँ प्रधानमंत्री आवास में भी समय समय पर सिख संतों के चरण पड़ते रहते हैं। उनकी संगत का सौभाग्य मुझे मिलता रहता है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) April 29, 2022
प्रधानमंत्री ने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान दुनिया भर में सिख विरासत के स्थानों की अपनी यात्राओं को भी याद किया।
उन्होंने कहा- हमारे गुरुओं ने हमें साहस और सेवा की सीख दी है। दुनिया के अलग अलग हिस्सों में बिना किसी संसाधन के हमारे भारत के लोग गए और अपने श्रम से सफलता के मुकाम हासिल किए। यही स्पिरिट आज नए भारत की भी है।
गुरुओं के महान योगदान और बलिदान को नमन करते हुए प्रधानमंत्री ने याद किया कि कैसे गुरु नानक देव जी ने पूरे देश की चेतना को जगाया और देश को अंधेरे से निकालकर प्रकाश के मार्ग पर ले गए। हमारे गुरुओं ने पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण पूरे भारत की यात्राएं कीं। हर कहीं उनकी निशानियाँ हैं, उनकी प्रेरणाएं हैं, उनके लिए आस्था है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरुओं के चरणों ने इस महान भूमि को पवित्र किया और यहां के लोगों को प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि सिख परंपरा ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की जीवंत परंपरा है। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान और स्वतंत्रता के बाद सिख समुदाय के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सिख समुदाय देश के साहस, पराक्रम और कड़ी मेहनत का पर्याय है।
प्रधानमंत्री ने आगे यह भी कहा कि ‘नया भारत नए आयामों को छू रहा है, पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रहा है। कोरोना महामारी का ये कालखंड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। महामारी की शुरुआत में पुरानी सोच वाले लोग भारत को लेकर चिंताएं जाहिर कर रहे थे। लेकिन, अब लोग भारत का उदाहरण दे रहे हैं।’
नया भारत नए आयामों को छू रहा है, पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रहा है।
कोरोना महामारी का ये कालखंड इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।
महामारी की शुरुआत में पुरानी सोच वाले लोग भारत को लेकर चिंताएं जाहिर कर रहे थे।
लेकिन, अब लोग भारत का उदाहरण दे रहे हैं: PM @narendramodi
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उन्होंने स्टार्टअप culture पर प्रकाश डाला ‘इसी कालखंड में हम दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप ecosystems में से एक बनकर उभरे हैं। हमारे unicorns की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत का ये बढ़ता हुआ कद, ये बढ़ती हुई साख, इससे सबसे ज्यादा किसी का सिर ऊंचा होता है तो वो हमारा diaspora है।’