शिमला, 27 अप्रैल| हिमाचल प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता, पूर्व मंत्री एवं अनुसूचित जाति वर्ग की बड़ी शख्सियत सिंघी राम अपने समर्थकों के साथ शनिवार को शिमला जिले के रामपुर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए।
राम को एक समय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का करीबी माना जाता था और वह रामपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यहां मीडिया से कहा, “किसी भी राजनीतिक दल को किसी अन्य पार्टी के नेता के शामिल होने से हमेशा फायदा होता है। हमें सिंघी राम के भाजपा में शामिल होने का अवश्य लाभ मिलेगा।”
2007 विधानसभा चुनाव में राम के स्थान पर रामपुर से एक अधिकारी नंदलाल को टिकट दिया गया था। नंदलाल तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के सुरक्षा अधिकारियों की टीम का हिस्सा थे।
नंदलाल को न केवल उस चुनाव में, बल्कि उसके बाद 2012 और 2017 में लगातार दो बार और जीत हासिल हुई थी।
दलित नेता राम को 2008 में राज्य शिक्षा बोर्ड से अपनी बेटी के लिए स्कूल छोड़ने का नकली प्रमाणपत्र बनवाने के लिए गिरफ्तार किया गया था।
इस अवसर पर मंडी संसदीय क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा एवं निरमंड के विधायक किशोरी लाल समेत अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने ननखड़ी में मुख्यमंत्री की विशाल जनसभा में भी हिस्सा लिया।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता शशिदत्त शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सिंघी राम का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके भाजपा में आने से समूचे क्षेत्र में भाजपा को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिंघी राम छह बार रामपुर से विधायक रहे और वीरभद्र सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। उन्होंने विधायक के तौर पर विधानसभा की कई महत्वपूर्ण समितियों में सदस्य के तौर पर भी अपना योगदान दिया।
भाजपा में सिंघी राम के प्रवेश का पार्टी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया है। भाजपा के महासू जिला अध्यक्ष अजय श्याम ने कहा कि सिंघी राम के भाजपा में आने से अनुसूचित जाति वर्ग में भाजपा का जनाधार और बढ़ेगा।