भारत और सऊदी अरब ने गुरूवार को सालाना हज समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए थे। साल 2019 के लिए इस हज समझौते के आयोजन पर केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी और सऊदी अरब के उमरह मंत्री मोहम्मद सालेह बिन ताहिर मौजूद थे।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार ने भारतीय हज श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा की जिम्मेदारी ली है और यह भारत और सऊदी के रिश्तों को अधिक मज़बूत करेगी। अल्पसंख्यक मंत्रालय ने कहा कि बादशाह सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और दिशा निर्देशों के कारण दोनों राष्ट्रों के संबंधों ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि अधिक संख्या में मुस्लिम महिलायें आगामी वर्ष से बिना महरम (बगैर पुरुष साथी के) हज की पाक यात्रा कर पाएंगी। भारत में अभी तक 2100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं ने हज की यात्रा के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने बताया कि भारत की हज समिति में अब तक आगामी वर्ष यात्रा के लिए 2.47 लाख आवेदन आये हैं। भारत में चुनावी माहौल के कारण हज यात्रा के लिए फॉर्म भरने की तिथि को बढ़ा दिया गया है। भारतीय हज समिति ने कहा कि अब यात्रा के लिए आवेदन 19 दिसम्बर तक किये जा सकते हैं।
बगैर महरम के हज यात्रा
हाल ही में अल्पसंख्यकों के मामलो के मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि आगामी वर्ष से मुस्लिम महिलाए बिना किसी पुरुष साथी के हज की यात्रा पर जा सकेंगी। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद पहली बार, भारत से 1 लाख 75 हज़ार 25 मुस्लिम हज की यात्रा पर गए थे।हाल ही में सरकार ने हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया था।