बहुत जल्द स्टार प्लस पर ‘संजीवनी 2‘ शुरू होने वाला है जिसमे सुरभि चंदना (Surbhi Chandna), नमित खन्ना (Namit Khanna), मोहनीश बहल, सायंतनी घोष (Sayantani Ghosh), रोहित रॉय और गुरदीप कोहली जैसे सितारें नज़र आएंगे। पिंकविला से बात करते हुए, सायंतनी ने शो में अपने किरदार, अपने उत्साह और सुरभि से हुई उनकी बातचीत के बारे में बात की।
अपने किरदार के बारे में
ये संजीवनी है। तो हम सबको पता है कि ये डॉक्टर की दुनिया है और पहले सीजन ने इतनी अच्छी प्रतिक्रिया हासिल की थी। इसलिए हम इसे वहां से ही उठा रहे हैं, ये डॉक्टर, इंटर्न, रोमांस और पारस्परिक सम्बन्ध के बारे में एक शो है। कास्ट शानदार है और मैं शूटिंग का बेसब्री से इंतज़ार कर रही हूँ। मैं संजीवनी के सारे टॉप डॉक्टर में से एक बनी हूँ और वह आज की महिला है जिसके कई चेहरे हैं। मैं इसके लिए बहुत उत्साहित हूँ।”
शो के लिए घबराहट
मैं हर प्रोजेक्ट से पहले घबरा जाती हूँ, चाहे वो दूसरे सीजन के साथ आ रहा हो या फ्रेश सीजन हो क्योंकि वह जो कुछ भी हो आपको नहीं पता कि भविष्य में क्या होगा। इतने मशहूर शो के साथ वापस आने के अपने फायदे और नुकसान हैं। फायदा ये है कि आप लोगो के तुरंत जुड़ जाते हो क्योंकि किरदारों के साथ पूर्ण सम्बन्ध होता है, लेकिन उसके साथ ही ज़ाहिर तौर पर उम्मीदें भी बहुत बढ़ जाती हैं क्योंकि मुझे लगता है कि हम में से हर कोई इसे एक सकारात्मक चुनौती की तरह ले रहा है। हमने देखा है कि जितने भी रिबूट आये हैं, वह अच्छा कर रहे हैं और दर्शको से जुड़ रहे हैं इसलिए हम भी ऐसी आशा करते हैं।
सुरभि चंदना के साथ पहली मुलाकात
हमें जो भी समय मिला है उसमें हम वास्तव में अच्छी तरह से जुड़े हैं। यह एक बहुत ही नवजात अवस्था में है लेकिन तब भी हम घुल-मिल गए हैं। जाहिर है, मैंने उसे ‘इश्कबाज़’ में पसंद किया, हम सभी उसे अनिका के रूप में प्यार करते हैं। इस शो में अलग-अलग कलाकार हैं जो अलग-अलग तरह से शो में मूल्य जोड़ रहे हैं और सुरभि निश्चित रूप से एसेट बनने जा रही है। मुझे लगता है कि उनकी लीग में, जब अभिनेता होने और स्टार वैल्यू होने की बात आती है, तो वह जाहिर तौर पर बहुत मजबूत दावेदार हैं। वह बेहद प्यारी इंसान हैं। जब हम कहानी वर्णन के लिए मिले, तो ऐसा नहीं लगा कि हम पहली बार मिल रहे हैं। उन्होंने कुछ बहुत प्यारा किया था, वह मेरे पास आई और कहा-‘ठीक है, मैं तुम्हें कैसे संबोधित करूँ, मैं आपको मैम कहूँ या दीदी। उन्होंने मेरी वरिष्ठता का सम्मान किया। मुझे वह प्यारी और क्यूट लगी और उनसे कहा कि वह मुझे मेरे नाम से बुला सकती है। हम दोनों तब से एक दूसरे के संपर्क में हैं।
एकरसता और बहुमुखी प्रतिभा के बीच संतुलन
मेरा उद्देश्य यही रहता है कि मैं अपने पिछले काम से कुछ अलग करूँ। अन्यथा, एक अभिनेता के रूप में यह नीरस हो जाता है। इंडस्ट्री में 13 साल काम करने के बाद, मैं हमेशा अपने किरदार में एक चुनौतीपूर्ण कारक देखती हूँ। लेकिन मुझे एक तरह के किरदार भी मिलते हैं। मुझे पौराणिक या पीरियड ड्रामा के बहुत प्रस्ताव मिलते हैं शायद इसलिए कि मेरा व्यक्तित्व और लुक बहुत भारतीय है। इसे हर कोई नहीं कर सकता है। और जब बात ड्रामा की आती है तो मुझे लगता है कि मैं उन चुनिन्दा लोगो में से एक हूँ जिन्हें हर तरह के किरदारों का प्रस्ताव मिलता है, चाहे नायिका हो या खलनायिका। जैसे ‘नामकरण’ मेरे लिए सबसे सकारात्मक शो था जिसे मैंने किया और मैंने कई नकारात्मक किरदार भी निभायेहैं। इससे मुझे एक अभिनेत्री के रूप में अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है और ये मेरे लिए भी दिलचस्प है।
https://youtu.be/B7IZ7AiuWbU