मैग्नस कार्लसन ने रविवार को अपने करियर का सातवां टाटा स्टील चेस खिताब जीता। जिसमें उन्होने अनिश गिरी के साथ आखिरी और 13वां राउंड ड्रॉ खेला। मेगन्स कार्लसन इस मैच में काले मोहरो के साथ खेल रहे थे, और अनिश के साथ उनका मैच लगातार 30 चालो तक चलना था। मेगन्स ने इसमे 13 आउटिंग में से शुरूआती 9 अंक अपने नाम किए थे। अनिश ने 8.5 अंको के साथ दूसरे स्थान पर खत्म किया।
विश्ननाथन आनंद जिन्होने अपना फाइनल मुकाबला विदित गुजराती के खिलाफ खेला उन्होने 7.5 अंको के साथ तीसरा हासिल किया। उनके साथ रुस के इयान नेपोमिनियाची और चीन के डिंग लीरेन भी तीसरे स्थान पर शामिल थे।
मेगन्स ने टूर्नामेंट साइट से कहा, ” जीत के बावजूद मेगन्स कार्लसन को लगता है की उनका प्रदर्शन और बेहतर हो सकता था। मुझे अच्छा महसूस हो रहा है लेकिन मैं इस रिकॉर्ड को दोबारा ब्रेक करना चाहूंगा। आमतौर पर मेरे खेल का स्तर बड़ा है लेकिन उसमें मेरा कोई ज्यादा शानदार प्रदर्शन नही है।”
मेगन्स ने स्वीकार किया की अनिश के खिलाफ उनका फाइनल मुकाबला रोमांचक होने वाला था। “अगर आप ऐसे मुकाबलो से पहले चिंतिंत नही होते तो हम इंसान नही है। मैं मैच से पहले बहुत चिंतित था लेकिन जैसे ही गेम की शुरुआत हुई यह सब थम गया।”
फैबियानो के खिलाफ पिछले साल नवंबर में अपने खिताब का बचाव करने के बाद, मेगन्स ने इस साल की शुरूआत से पहले वर्ल्ड बिल्ट्ज टूर्नामेंट का ताज अपने नाम किया था, और अब यहा उन्होने अपना 7वां टाटा स्टील का खिताब जीता था। हालांकि, यह खिलाड़ी अब अगली प्रतियोगीता ग्रेनेक क्लासिक जो अप्रैल में खेला जाएगा उससे पहले ब्रेक लेना चाहते है। मुझे खेलना पसंद है लेकिन आगे बहुत कुछ आने वाला है इसलिए मैं इससे पहले ब्रेक लेना चाहता हूं।