गुरुवार को आयोजित हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले पांच साल उनके लिए सीखने का एक अच्छा अनुभव रहा। पीएम मोदी का कार्यकाल इन गर्मियों में लोक सभा चुनाव के साथ खत्म हो जाएगा।
संसद के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस बार का बजट बेहद लाभदायक होगा। उनके मुताबिक, “आज के दिनों में, जनता के बीच जागरूकता है। वे संसद की कार्यवाही पर कड़ी नज़र रखते हैं। लोगो को ये बात पसंद नहीं आती जब राजनेता संसद के किसी भी चर्चा या बहस में रूचि नहीं लेते।”
संसदीय मामलों के मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री, मोदी ने उल्लेख किया कि सांसद के रूप में उनका पहला कार्यकाल “एक अच्छा सीखने का अनुभव” था।
बजट सत्र के 10 कार्य दिवस होंगे। राज्य सभा में, एनडीए सरकार तीन तलाक़ और नागरिकता संसोधन विधेयक जैसे अहम विधेयक पारित करने में नाकामयाब हो गयी।
बीजू जनता दल के भर्तृहरि महताब ने सुझाव दिया कि सरकार को महिला आरक्षण विधेयक आखिरी सत्र में जरूर पेश करना चाहिए। महताब ने कहा-“लगभग हर पार्टी समर्थन देने के लिए तैयार है। कृपया, विधेयक को लाइए।”
सर्वदलीय बैठक में, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा-“संसद की कार्यवाही में देरी के लिए राजनीतिक विचारों की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।” उन्होंने विभिन्न पार्टियों से मुख्य विधेयक पारित करने के लिए समर्थन की अपील की ताकी संसद की कार्यवाही आराम से चल सकें।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के मोहम्मद सलीम और तृणमूल के सुदीप बंदोपाध्याय जैसे कई नेताओं ने किसी भी विवादास्पद बिल को लाने के खिलाफ सरकार को आगाह किया। कांग्रेस ने अपने हिस्से के लिए, राफेल जेट सौदे पर बहस की मांग की, जबकि सलीम ने नौकरियों और बेरोजगारी के मुद्दों को उठाया।
राज्य सभा में विपक्षी नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा है कि सरकार अंतरिम बजट पेश करेगी, इससे विपक्ष के कई नेताओं को राहत मिलेगी जिन्हें लग रहा था कि निवर्तमान सरकार शुक्रवार को ‘पूर्ण-विकसित’ बजट पेश करेगी।