अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने सरकार की ग्रामीण बिजलीकरण योजना ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (DDUGJY)’ को सराहा है।
IEA ने कहा है कि इस तरह की योजनाएँ उत्पादन में बढ़ावा देने के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को भी आगे ले जाने में सहायक हैं।
इसी के साथ ही IEA ने अपनी ‘वर्ल्ड एनर्जी आउट लुक 2018’ की रिपोर्ट में सरकार की उज्जवला योजना की तारीफ करते हुए कहा था कि इस योजना के मिलने वाले साफ रसोई ईंधन कि वजह से देश में प्रदूषण की वजह से होने वाली मौतों में कमी आएगी।
IEA ने बतया है कि भारत की उप्लब्धि कबीले तारीफ है, इसी के साथ विश्व में बिना बिजली अपना जीवनयापन करने वाले लोगों की संख्या अब 1 अरब से नीचे पहुँच गयी है।
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इसी के साथ IEA ने ग्रामीण इलाकों के बिजलीकरण को सबसे सफलतम कहानी में से एक का दर्ज़ा दिया है। इसके अनुसार देश में कोने-कोने तक बिज़ली को पहुंचा पाना अपने आप में एक बड़ा काम है।
वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि देश में कम आय के साथ बिज़ली का उपयोग कर पाना अभी मुश्किल काम है। मालूम हो कि देश में 28 अप्रैल को मणिपुर के लीसेंग गाँव में बिज़ली पहुंचाने के साथ ही देश में 100 प्रतिशत बिजलीकरण का लक्ष्य पा लिया है।
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