किसान आंदोलन का आज 28वां दिन है। साथ ही आज किसानों के मसीहा माने जाने वाले नेता व पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती व किसान दिवस भी है। जाहिर है आज के दिन इस मुद्दे पर जमकर राजनीति होना तय है। किसानों ने कहा है कि आज वे सरकार की चिट्ठी का जवाब देंगे। सरकार ने किसानों को बातचीत के लिये रविवार को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसका जवाब किसान आज देने वाले हैं।
वहीं खबर है कि तृणमूल कांग्रेस के 5 सांसद भी सिंघू बॉर्डर पर किसानों से मिलने आ चुके हैं। तृणमूल के 5 सांसद भूख हड़ताल पर बैठे किसानों से मिलने व बातचीत करने पहुंचे हैं। तृणमूल का ये औचक दौरा वाकई किसानों की चिंता का परिणाम है मात्र राजनीतिक एजेंडा यह बड़ा सवाल है। यह भी हो सकता है कि ये दौरा आंदोलन की आग में घी का काम करे।
किसानों का कहना है कि वे हमेशा से बातचीत के लिये तैयार हैं लेकिन सरकार बातचीत नहीं चाहती। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने किसान दिवस के उपलक्ष्य में व आंदोलन की सफलता के लिये हवन भी किया। आज किसान केन्द्र को अपना जवाब भेजने की अंतिम रणनीति तय करने वाले हैं।
किसानों के इस आंदोलन के कारण बहुत से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बहुत से लोग हैं जो दिल्ली के आस पास के इलाकों से कामकाज के लिये निकलते हैं। बॉर्डर बन्द होने के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। घंटों लम्बे जाम लग रहे हैं और रूट डायवर्जन के बाद भी कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है।
वहीं यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ ने किसानों को किसान दिवस का उपहार दिया है। योगी ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ ही किसानों को कृषक उपहार योजना के तहत ट्रैक्टर भी दिया। योगी आदित्यनाथ नौ महिला किसानों को भी सम्मानित करेंगे।