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    हाफिज सईद

    पाकिस्तान ने हाल ही में हाफ़िज़ सईद से जुड़े दो समूहों पर प्रतिबंध लगा दिया था। जमात उद दावा के प्रमुख और लश्कर ए तैयबा के उप संस्थापक ने अपने समर्थकों को शांत रहने की हिदायत दी है। वीडियो में हाफ़िज़ सईद ने कहा कि सभी कार्य अच्छे जा रहे हैं और इसमें इस्लाम की जंग और गौरव के बारे में बताया था।

    यह वीडियो साबित करती है कि पाकिस्तान के आतंकी प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई और कुछ नहीं अन्य देशों की आंख में धूल झोंकना है। आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई न करने पर पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ता जा रहा था और उन्होंने हफीद सईद के दो आतंकी समूहों पर प्रतिबन्ध लगा दिया था।

    दो आतंकी समूहों पर प्रतिबन्ध

    संयुक्त राष्ट्र द्वारा हाफ़िज़ सईद को ब्लैकलिस्ट में डाल रखा है, उसने आतंकवाद से अपना नाता होने से इंकार किया है और दो चैरिटी समूह चलाने का दावा किया है। उसने दावा किया कि जमात उद दावा और फलाह ए इंसानियत संस्था ‘गरीबों और दबे-कुचले’ लोगों की मदद करती है।

    पाकिस्तान ने गुरूवार को 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हफ़ीज़ सईद के आतंकी समूह जमात उद दावा और उससे लिंक फलाह ए इंसानियत को प्रतिबंधित कर दिया है। पाकिस्तान आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “यह निर्णय प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की बैठक में लिया गया है। बैठक के दौरान यह निर्णय गैर कानूनी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई को तीव्र करने के लिए लिया गया है।”

    अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित

    जून, 2014 में लेट को अमेरिका ने विदेशी आतंकी संगठन घोषित कर दिया था। अमेरिकी विभाग ने हफ़ीज़ सईद को विशेष वैश्विक आतंकी करार दिया था। साथ ही साल 2012 में हाफिज सईद पर एक करोड़ डॉलर की इनामी राशि भी रखी थी। दिसंबर 2008 में हाफिज सईद को यूएन सिक्योरिटी कॉउन्सिल रेसोलुशन 1267 के तहत आतंकी घोषित किया गया था। नवंबर 2017 में हफ़ीज़ सईद को पाकिस्तान आवास नज़रबंदी से मुक्त कर दिया गया था।

    रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमलावर की कार में लगभग 350 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ था, जिसने सीआरपीएफ के काफिले की बस में टक्कर मारी थी। इस हमले में बस को निशाना बनाया गया था लेकिन यह धमाका इतना खतरनाक था कि इससे कई और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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