राजनाथ सिंह ने लड़कियों की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए स्वामी दयानन्द सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज की तारीफ की।
राजनाथ सिंह आर्य समाज के 4 दिवसीय अंतरष्ट्रीय सम्मलेन में बोल रहे थे। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत की ताकत भारतीयता में है और भारतीयता एक सांस्कृतिक एकता है। सांस्कृतिक एकता जैसे जैसे मजबूत होगी भारत देश भी वैसे वैसे मजबूत होता जाएगा।
राजनाथ सिंह ने देश के विभिन्न समस्याओं के समाधान के प्रति आर्य समाज के सकारात्मक प्रयासों की तारीफ़ की। सिंह ने कहा कि भारत सिर्फ अपने फायदे के लिए ताकतवर नहीं होना चाहता।
भारत का ताकतवर होना पुरे विश्व और पुरे मानवता के लिए आवश्यक है। भारत ही वो देश है जो दुनिया के सामने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की अवधारणा ले कर आया। भारत के ऋषि-मुनियों ने दुनिया को बताया कि पूरा विश्व एक परिवार है।
हमारे ऋषि-मुनियों ने सारे संसार में मानवता और सांस्कृतिक सद्भाव का सन्देश दिया। उन्होंने कहा कि आर्य समाज सिर्फ एक संगठन नहीं है बल्कि एक क्रांति है उन लोगों के लिए जो सो रहे हैं। आर्य समाज उनलोगों की आँखे खोलने का कार्य कर रहा है जिन्होंने अपने सामजिक दायित्वों के प्रति आँखें मूँद रखी है।
राजनाथ सिंह ने स्वामी दयानन्द सरस्वती को याद करते हुए कहा कि आज प्रदूषण एक विश्वव्यापी समस्या बन चूका है। स्वामी जी समाज सुधारक थे उन्होंने बहुत पहले ही अनुमान लगा लिया था कि आने वाले वक़्त में प्रदूषण एक भयंकर समस्या बन जायेगी और उन्होंने हवा को शुद्ध करने के लिए यज्ञ की विधि अपनाई।
आर्य समाज पुरे भारत मे 6000 से अधिक स्कूलों का संचालन कर रहा है जो समाज के उत्थान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान है। पेड़ों को नहीं काटना चाहिए, लड़कियों को शिक्षित करना चाहिए और पर्यावरण को शुद्ध रखना हमारा दायित्व है। दुनिया को ये सन्देश देने के लिए ही स्वामी दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की थी।
इस सम्मलेन में राजनाथ सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित थे।